सुनिए इस कहानी को जो बच्चों को प्रेरित करती है दूसरों की मदद करके को लेकर |

हम सभी रोज़ाना स्वास्थ्य और बीमारियों से जुड़ी कई अफवाहें या गलत धारणाएं सुनते है। कई बार उन गलत बातों पर यकीन कर अपना भी लेते हैं। लेकिन अब हम जानेंगे उनकी हकीकत के बारे में, वो भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद से, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में। याद रखिए, हमारा उद्देश्य किसी बीमारी का इलाज करना नहीं, बल्कि लोगों को उत्तम स्वास्थ्य के लिए जागरूक करना है।सेहत और बीमारी को लेकर अगर आपने भी कोई गलत बात या अफवाह सुनी है, तो फ़ोन में नंबर 3 दबाकर हमें ज़रूर बताएं। हम अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जानेंगे उन गलत बातों की वास्तविकता, कार्यक्रम सेहत की सच्चाई में।

कुशीनगर जनपद के ग्राम सभा गौरी श्रीराम रामनगर निवासी सफाई कर्मी विजय का हार्ड अटैक आने से मौत हो गई। परिजनों द्वारा शव को गौरी श्रीराम चौराहे के पास रख कर रोड को जाम कर दिया गया। परिज्जनो का आरोप हैं की सरगटिया करण पट्टी के वर्तमान ग्राम प्रधान धनंजय तिवारी पुत्र श्रीराम तिवारी द्वारा मानसिक तनाव देने के कारण सफाई कर्मी विजय का हार्ट अटैक आने से मृत्यु हो गई। परिजनों ने सड़क पर शव को रखकर ग्राम प्रधान पर कार्रवाई की मांग की। सफाई कर्मचारी के पिता ने सरगटिया करनपट्टी ग्राम प्रधान पर मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना का आरोप लगाया की सफाई कर्मचारी को आए दिन जातिसूचक शब्दों और स्वच्छ भारत मिशन का गलत भुगतान कराने को लेकर प्रधान द्वारा प्रताड़ित किया जाता है मृतक के पिता का आरोप है ग्राम प्रधान ने बेटे के खिलाफ दिया था डीपीआरओ को एप्लिकेशन इसी कारण कल रात्रि में हार्ट अटैक से बेटे की हुई मृत्यु। कुशीनगर के दुदही विकास खंड में तैनात था सफाई कर्मचारी। मौके पर स्थानीय विशुनपुरा थाना प्रभारी निरीक्षक राम सहाय चौहान अपने हमराहियो के साथ मौके पर कमान संभालते हुए नजर आए।पूरा मामला कुशीनगर के विशुनपुरा थानाक्षेत्र गौरी श्रीराम रामनगर का है।

पढ़ने वाले बच्चों के हांथ में झाड़ू थमाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मामला जनपद कुशीनगर के दुदही ब्लॉक अन्तर्गत ग्राम सभा विसुनपुर बरिया पट्टी टोला बडका बहपुरवा प्राथमिक विद्यालय का हैं। इसके पहले भी कई बार इस प्राथमिक विद्यालय का मामला उभर कर सामने आया है, उसके बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं किया गया। जबकि इस विद्यालय में बच्चों के पानी पीने हेतु स्वक्ष नल जल का व्यवस्था है,और नही तो ब्रेंच, लाइट पंखा का कोई सुविधा उपलब्ध है। इस विद्यालय के प्रधाना ध्यापक की बात करे तो उतंग दिमाग प्रवृत्ति के है । जो की बच्चो के प्रति सुविधा को लेकर अभिभावक से उलझ जाया करते हैं। अगर बात किया जाय साफ सफाई की तो उच्च अधिकारियों द्वारा जांच करने पर मालूम हो जायेगा। यही प्राथमिक विद्यालय है की अधिकारियों द्वारा जचोपरांत कुछ माह पहले दारू के नशे मे मास्टर पढ़ते हुए मिले थे फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुआ। यह एक दिनचर्या सा हो गया है किसी ना किसी प्रकार का शिकायत आता ही रहता है। अगर बच्चो का भविष्य संवारना है तो उच्च अधिकारियों द्वारा गंभीरता से जांच करने विषय बन राहा है।

Transcript Unavailable.

उत्तरप्रदेश राज्य के कुशीनगर जिले के विशवकर्मा ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया की अकबरपुर गांव मे शौचालय बदहाल हालत में है जिससे लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं

विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरा बुजुर्ग में जिम्मेदारों के अनदेखी के कारण शौचालय बदहाल  के साथ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है जिससे लोगों को तमाम तरह की संक्रमित बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पिपरा बुजुर्ग गांव ओडीएफ प्लस गांव में भी चयनित है फिर भी सफाई व्यवस्था बदहाल है,वहीं आबादी के बीच कुछ जगहो पर कूड़ा डंप किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।     विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा पिपरा बुजुर्ग  जनवरी 2023 मे ओडीएफ प्लस गांव में चयनित है,गांव मे समुदायिक शौचालय तो बना है लेकिन बरसात के मौसम मे बंद रहता है। पिछले प्रधान के समय मे सात सौ निजी  शौचालय बनवाया गया है।जिसमे से करीब 400 शौचालय  बदहाल स्थिति मे है।जिससे खुले मे अधिकांश लोग शौच के लिए जाते हैं।ओडीएफ गांव तो हो गया फिर भी सफाई व्यवस्था बद से बद्तर है। ऐसे में ओडीएफ प्लस गांव सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गया है जब की धरातल पर सफाई व्यवस्था कुछ और ही बयां कर रही है।विडंबना यह है कि पिपरा बुजुर्ग ओडीएफ प्लस गांव में कई महीनों से नालियों की सफाई नहीं होने से नालियां जाम पड़ी हुई है, ऐसे में नालियां जाम होने के कारण उसमें से उठ रही दुर्गंध से लोग खासा परेशान हैं।वहीं गांव की सड़कों व‌ गलियों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे ग्रामीणों का रहना काफी मुश्किल हो गया है, जिसपर जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नाली का कभी सफाई नहीं होता है जिससे नालियां जाम पड़ी हुई है।गांव के अविनाश चौधरी, ,लतीफ अंसारी,अजीमुल हक,जितू,सूरज समेत ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों समेत ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी को होने के बाद भी गांव में सफाई व्यवस्था जस का तस बना हुआ है।इस संबंध मे ग्राम प्रधान पति दिनेश जायसवाल ने बताया की हमारे गांव मे सफाई कर्मचारियों की संख्या दो की है।यहां पर पांच सफाईकर्मियों की तैनाती होनी जरूरी है।यह गांव मे बड़ा बाजार भी है जिसके वजह से जगह जगह गंदगी लगा हुआ है।अधिकांश शौचालय जो बदहाल है उसको चिन्हित करके मरम्मत करवाया जाएगा। 

लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?

तमकुहीराज, कुशीनगर। सिंचाई खण्ड द्वितीय कुशीनगर द्वारा टिकमापर माइनर की ठीकेदार द्वारा आधा अधूरी जेसीवी से सफाई कराने तथा सफाई में निकली मिट्टी को मुख्य मार्ग पर रखने को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए विभाग जिम्मेदारों अधिकारियों पर ठीकेदार की मिली भगत का आरोप लगाया हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि मनरेगा मजदूरों के जगह जेसीवी से काम कराया गया जिससे नहर की सफाई ठीक से नहीं हुई हैं। और जगह जगह सिल्ट का ढ़ेर लगा हुआ हैं। ग्रामीणों ने इसकी जांच की मांग करते हुए दोषियों पर करवाई की मांग की हैं।

तमाम तरह की संक्रामक बीमारियां फैलने के साथ ही दुर्घटना की बनी रह रही है आशंका