विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत पिपरा बुजुर्ग में जिम्मेदारों के अनदेखी के कारण शौचालय बदहाल के साथ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है जिससे लोगों को तमाम तरह की संक्रमित बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं पिपरा बुजुर्ग गांव ओडीएफ प्लस गांव में भी चयनित है फिर भी सफाई व्यवस्था बदहाल है,वहीं आबादी के बीच कुछ जगहो पर कूड़ा डंप किया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। विशुनपुरा ब्लाक क्षेत्र के ग्राम सभा पिपरा बुजुर्ग जनवरी 2023 मे ओडीएफ प्लस गांव में चयनित है,गांव मे समुदायिक शौचालय तो बना है लेकिन बरसात के मौसम मे बंद रहता है। पिछले प्रधान के समय मे सात सौ निजी शौचालय बनवाया गया है।जिसमे से करीब 400 शौचालय बदहाल स्थिति मे है।जिससे खुले मे अधिकांश लोग शौच के लिए जाते हैं।ओडीएफ गांव तो हो गया फिर भी सफाई व्यवस्था बद से बद्तर है। ऐसे में ओडीएफ प्लस गांव सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह गया है जब की धरातल पर सफाई व्यवस्था कुछ और ही बयां कर रही है।विडंबना यह है कि पिपरा बुजुर्ग ओडीएफ प्लस गांव में कई महीनों से नालियों की सफाई नहीं होने से नालियां जाम पड़ी हुई है, ऐसे में नालियां जाम होने के कारण उसमें से उठ रही दुर्गंध से लोग खासा परेशान हैं।वहीं गांव की सड़कों व गलियों में जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे ग्रामीणों का रहना काफी मुश्किल हो गया है, जिसपर जिम्मेदार मूकदर्शक बने हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि नाली का कभी सफाई नहीं होता है जिससे नालियां जाम पड़ी हुई है।गांव के अविनाश चौधरी, ,लतीफ अंसारी,अजीमुल हक,जितू,सूरज समेत ग्रामीणों ने बताया कि गांव में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।जिसकी जानकारी उच्च अधिकारियों समेत ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी को होने के बाद भी गांव में सफाई व्यवस्था जस का तस बना हुआ है।इस संबंध मे ग्राम प्रधान पति दिनेश जायसवाल ने बताया की हमारे गांव मे सफाई कर्मचारियों की संख्या दो की है।यहां पर पांच सफाईकर्मियों की तैनाती होनी जरूरी है।यह गांव मे बड़ा बाजार भी है जिसके वजह से जगह जगह गंदगी लगा हुआ है।अधिकांश शौचालय जो बदहाल है उसको चिन्हित करके मरम्मत करवाया जाएगा।