जिले में निराश्रित गो-वंशों के संरक्षण के लिए विशेष अभियान चल रहा है। इसके तहत कसया व पडरौना नगर निकाय में नवनिर्मित कान्हा पशु आश्रय केंद्रों में गो-वंशों का संरक्षण शुरू हो गया है।