*।* कुशीनगर। जिले में मिलों के संचालन शुरू होने बाद जिम्मेदारों की मनमानी से संचालित मनको से बड़े ट्रालो के कारण आम लोग काफी परेशान है। अधिकारियों के कागजी आदेशो पर भी मिल प्रबन्धन अवैध ट्रालो का संचालन नही रोक रहा। जिससे आम लोगो की ज़िंदगी को खतरे में है। जिसको लेकर अब किसान यूनियन की एक इकाई के जिलाध्यक्ष ने भी जिलाधिकारी को ज्ञापन शौपा पुर्णतः बन्द करने की मांग किये है। किसानों की आड़ में चीनीमिल प्रबंधन कृषिकार्यो के लिए रजिस्टर्ड ट्रैक्टरो लगे ट्रालो द्वारा काटो से चीनीमिल तक गन्ना ढुलाई करा रही है। जिसको लेकर भारती किसान यूनियन की अम्बावता इकाई के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने डीएम को ज्ञापन दिया। उन्होंने बताया की किसानों की आड़ में मिल प्रबंधन किसानों के ट्रैक्टर को कमर्सिअल कमा में प्रयोग कर रहा है। जिससे सरकार को भी टैक्स का चुना लगा रही।पैसा बचाने के लिए मिल प्रबंधन के द्वारा गन्ना ढोने में दूनी या तीन गुने आकर के अवैध ट्रालो का निर्माण कराया जाता है। उन्हें खींचने के लिए ट्रैक्टर का प्रयोग होता। जो ट्रैक्टर कृषि कार्य हेतु रजिस्टर्ड है। पर कमर्शियल कामों में कुशीनगर जिले में इसका अंधाधुंध प्रयोग हो रहा है। जिससे सरकार को मिलने वाले टैक्स की चोरी होती वही दूसरी ओर ट्रैक्टर से जुड़े इन ट्रालो को कई बार ओवरटेक करने में गलत अंदाज लगता हैं। ट्रैकर चलने वाले चालको का लाइसेंस भी उचित नही होता है। बीते कुछ वर्षों से अबतक ईन ट्रालो के कारण हुई दुर्घटनाओ में 50 से भी ज्यादा लोग अपनी या तो जान गवा चुके या अपंग हुए हैं। लेकीन यातायात विभाग अवैध ट्रालो के आकार और ढुलाई पर कृषि और किसानों का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ देता हैं। हालांकि डीएम कुशीनगर ने इनको पूर्णतः प्रतिबंधित करने का आदेश पहले ही दे दिया है लेकिन उनका आदेश सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। जिसे धरातल पर लाकर कई मासूम लोगो की जिंदगी बचाई जा सकती है।