कुशीनगर जिले के पडरौना तहसील क्षेत्र में अवैध तरीके से निर्मित ट्राले पर क्षमता से अधिक लदे गन्ने की खेप में विजली के तार फस गए। समय सड़क के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार खीचने से रास्ते पर चल रहे अन्य राहगीर बाल बाल बचे। जिस समय वह तार अवैध ट्राले पर लदी काफी उचाई के गन्ने से खींचा उस समय तारो में विद्युत धारा प्रवाहित हो रही थी। इसके बाद वहां का आवागमन लगभग आधे घंटे बन्द रहा,अफरा तफरी मची रही। सड़क पर लंबा जाम भी लगा बाद में एक युवक ने जान पर खेल कर ट्रालो से बिजली के तारों को अलग किया। सूचना के बाद पहुचे पडरौना SDM ने दोनों ट्रालो को कब्जे में लेकर सीज करने की बात कही। पडरौना कोतवाली के बन्नी छापर से अवैध रूप से निर्मित ट्राले पर गन्ना लोड होकर ढाढा सुगर फैक्टरी जा रहा था। जिनपर अभी कुछ दिनों पहले ही लोगो की सुरक्षा के दृष्टिगत बैठक कर डीएम उमेश मिश्रा ने पूर्णतः रोक लगाने का आदेश दिया था। सुगर मिलो को कुशीनगर जिले के एआरटीओ मोहम्मद अज़ीम खान ने भी लिखित आदेश जारी कर प्रतिबंधित ट्रालो को बंद के आदेश दिए। बाउजूद उसके मिलो से जुड़े गन्ना ढुलाई के माफियाओ और मिल प्रबंधन को कोई असर नही हैं। प्रतिबन्ध ट्रालो से हो रही ढुलाई से आम जनता परेशान हैं तो वही कृषि कार्यो में रजिस्ट्रेशन वाले ट्रैक्टरों को कमर्सिअल प्रयोग कर सरकार के राजस्व को भी चुना लगाया जा रहा है। ट्राला प्रतिबन्ध होने के वावजूद भी इन ट्रालो पर मानक से अधिक गन्ना लादकर ले जा रहे है। जिसके कारण प्रतिबंधित ट्राले पर लदे गन्ने के टच में सड़क के ऊपर से जा रही लाइट आ गयी। जिससे राहगीर बाल बल बचे। किसी ने डीएम को इस घटना की सूचना दी सूचना पाते डीएम ने अधिकारियों को मौके पर भेजा। जिसके बाद दो गन्ना लदे ट्राले और टैक्टर को सीज किया गया। यह कार्यवाही एसडीएम पडरौना ने की इस कार्रवाई से गन्ना किसानों की आड़ में सक्रिय माफियाओ में हड़कम्प मच गया। कहना न होगा कि कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के सख्त निर्देशों के बाद भी कुशीनगर जिले में मिल प्रबंधन के ऊपर कोई प्रभाव नहीं है। अवैध रूप से निर्मित ट्रालो से क्षमता से अधिक वजन का गन्ना लाद कर ढुलाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। जिससे आम जीवन खतरे में है। बावजूद उसके जिम्मेदार आंखें मूंदे हुए हैं। यातायात विभाग मिल द्वारा दिए गए झूठे आश्वाशन और अपने कागजी कोरमपूर्ती की दुहाई दे रहा था। जिसकी पोल इस घटना और कार्यवाही ने कर दी।