मन की गति का आकलन हम एकांत में कर सकते हैं यदि मन इधर-उधर भगत हो तो मन पर काम करने की आवश्यकता होती है। मन को सिखाना पड़ता है कि गुरु और गुरु की शिक्षाओं पर भरोसा किया जाए धारणा से ही विश्वास बनता है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।