ना दूध पीता हूं ना सांपों को पिलाता हूं इसलिए की राजनीति से उठकर राष्ट्र राजनिति मैं चाय नरेश अग्रवाल जहां अपने समर्थन के लिए सब कुछ करने को तैयार रहते हैं वही अपने बड़ों से बड़े राजनीतिक विरोधियों को खरी खोटी सुनाने की भी कसर नहीं छोड़ते ऐसे तमाम राजनीतिक किशोर का इक उन्हें अपने राजनीतिक जीवन के 50 वर्ष ऑन पर प्रकाशित पुस्तक में किया है