पहली महिला शिक्षका सावित्रीबाई फूले। भारत की पहली महिला शिक्षा का और प्रसिद्ध समाज सुधार सावित्रीबाई फुले का आज ही के दिन 1857 में निधन हुआ था जीवन पर्याप्त महिलाओं की शिक्षा और उनके अधिकारियों के लिए संघर्ष करने वाली सावित्रीबाई फुले का जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले के नया गांव मैं हुआ था उनके पिता खांदे खांदे जी निवेश किसान थे माता का नाम लक्ष्मीबाई था 1840 में जब वे 9 साल की थी तब उनका विवाह 12 साल के ज्योतिपुर पहले के साथ कर दिया गया विवाह के समय सावित्रीबाई अनपढ़ थी जबकि पति तीसरी कक्षा तक पढ़ चुके थे में दलित हुआ महिलाओं को पढ़ने का अधिकार नहीं था शादी के बाद वह पति के साथ पुणे में रहने लगी वह पढ़ना चाहते थे तो उसने में उनके पति ने उन्हें पूरा सहयोग दिया जो तेरा भूल ने उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया..... पहली महिला शिक्षका सावित्रीबाई फूले। भारत की पहली महिला शिक्षा का और प्रसिद्ध समाज सुधार सावित्रीबाई फुले का आज ही के दिन 1857 में निधन हुआ था जीवन पर्याप्त महिलाओं की शिक्षा और उनके अधिकारियों के लिए संघर्ष करने वाली सावित्रीबाई फुले का जन्म महाराष्ट्र के सतारा जिले के नया गांव मैं हुआ था उनके पिता खांदे खांदे जी निवेश किसान थे माता का नाम लक्ष्मीबाई था 1840 में जब वे 9 साल की थी तब उनका विवाह 12 साल के ज्योतिपुर पहले के साथ कर दिया गया विवाह के समय सावित्रीबाई अनपढ़ थी जबकि पति तीसरी कक्षा तक पढ़ चुके थे में दलित हुआ महिलाओं को पढ़ने का अधिकार नहीं था शादी के बाद वह पति के साथ पुणे में रहने लगी वह पढ़ना चाहते थे तो उसने में उनके पति ने उन्हें पूरा सहयोग दिया जो तेरा भूल ने उन्हें पढ़ने के लिए प्रेरित किया.....