108 हवन कुंडों में 216 यजमान रोज डाल रहे सवा लाख आहुतियां बेनीगंज/हरदोई_अहिरोरी के काईमऊ गांव में श्री अनमोल कृष्ण शास्त्री महाराज के सान्निध्य में चल रहे 108 कुंडीय लक्ष्मीनारायण महायज्ञ में हवन कुंडों पर रोजाना 216 यजमान चार घंटे में सवा लाख आहुतियां डाल रहे हैं। यहां एक मंत्र के उच्चारण के साथ एक बार में 325 आहुतियां डाली जा रही हैं। यज्ञ में अब तक 3 लाख 75 हजार आहुतियां डाली जा चुकी हैं। वहीं यज्ञ स्थल पर चल रही श्रीमद्भभागवत भागवत कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा प्रारंभ होने से एक घंटे पहले ही पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु यज्ञशाला की परिक्रमा कर रहे हैं। यज्ञाचार्य श्री करुणा शंकर शास्त्री ने बताया महायज्ञ में बैठे यजमान तो आहुतियां डालकर प्रभु की भक्ति कर रहे हैं, लेकिन जो लोग इसमें नहीं बैठ पा रहे हैं वे यज्ञ स्थल की परिक्रमा कर पुण्य प्राप्त कर रहे हैं। महायज्ञ के बाद संतों श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए यज्ञ स्थल पर ही अस्थायी व्यवस्था की गई है। वहीं रोजाना रात 8 से 12 बजे तक रासाचार्य देवकीनंदन द्वारा सुन्दर कृष्ण लीलाओं का आनंद ले रहे हैं। अनमोल कृष्ण शास्त्री महाराज ने कहा हवन करने से व्यक्ति की कठिन परिस्थिति में भी हार नहीं होती, क्योंकि हवन कुंड में डाली गई हर एक आहूति से जीवन रूपी अग्नि को विस्तार मिलता है। यज्ञ की अग्नि में जीवन के सारे पाप जलकर स्वाहा हो जाते हैं और व्यक्ति के सत्कर्मों की सुगंध सभी दिशाओं में फैलने लगती है। महायज्ञ में दर्जनों बालिकाएं महिलाएं यज्ञशाला के आसपास सेवा कार्य कर रही हैं। भागवत कथा के पांचवें दिन कथा ब्यास महाराज ने कहा कि भागवत से मनुष्य के सभी दुखों का निवारण होता है। यदि मनुष्य भागवत को अपने जीवन में उतार ले तो उसका जीवन सुधर जाएगा। दुखों से अगर चोट खाई न होती तो, हमें कन्हैया की याद आई न होती। आप दुखी होकर न जिएं जीवन आनंद में डूबकर जीना चाहिए। सभी कठिनाइयों का सामना हंसकर करना चाहिए। आपकी परेशानियों का हल प्रभु स्मरण में छिपा है। कभी किसी का बुरा न सोचें, क्योंकि किसी का बुरा सोचने से आपका भी बुरा हो सकता है। उन्होंने सभी भागवत भक्तों से अपील करते हुए कहा कि आप सब अपने जीवन के कीमती समय में से कुछ समय ऐसा निकाले जिसे भगवान की भक्ति में समर्पित करें ताकि आपका जीवन कृतार्थ हो सके। इस मौके पर आचार्य करुणा शंकर त्रिवेदी अचार्य पंडित भगवन कृष्ण शास्त्री, हर्ष वर्धन सिंह, शिव कुमार तिवारी, राज कुमार तिवारी, चन्द्र कुमार तिवारी, रवींद्र कुमार तिवारी, पिंटू तिवारी, हरी प्रकाश तिवारी, इंजीनियर सिद्धांत तिवारी, निर्भय सिंह, कुलदीप त्रिपाठी, गौरव पांडे, विमलेश द्विवेदी, मनीष द्विवेदी, ब्रजेश तिवारी, आदर्श द्विवेदी, अभिषेक तिवारी, अनुज तिवारी, अखिलेश द्विवेदी, रजनीश तिवारी, अंकित तिवारी, प्रसांत त्रिपाठी, शिवम तिवारी, सूरज तिवारी, सत्यम कुमार सहित हजारों महिला पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे।