परिषदीय विद्यालयों के पुस्तकालयों को सुधारा जाएगा। विद्यार्थियों को पुस्तकालय तक लाने और उनमें पढ़ने की रुचि बढ़ाने का काम होगा। इसके अलाव शिक्षक विभिन्न विभागीय एप की मदद से शिक्षण कार्य करेंगे* जिले में 3446 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इन विद्यालयों में पढ़ने वाले चार लाख विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए 10 हजार शिक्षक व शिक्षामित्र तैनात हैं। प्रत्येक विद्यालय में पुस्तकालय स्थापित हो चुके हैं। अब इन्हें व्यवस्थित करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बच्चों में पुस्तकालय के प्रति रुझान बढ़े, इसके लिए शिक्षकों से कहा गया है कि वह बच्चों को प्रोत्साहित करें। इसके साथ ही शिक्षकों को शिक्षक डायरी को व्यवस्थित करने के निर्देश जारी किए गए है। इसमें शिक्षकों को शिक्षण के दौरान परिषदीय पाठ्य पुस्तकों के अतिरिक्त अन्य पुस्तकों का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। शिक्षक प्रतिदिन बच्चों की अभ्यास पुस्तिका में किए गए कार्यों की जांच करेंगे। प्रत्येक दिन बच्चों को प्रोजेक्ट कार्य एवं गृह कार्य कराएंगें। शिक्षक एवं बच्चों द्वारा सृजित साहित्य को भी पुस्तकालय में शामिल किया जाएगा। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि परिषदीय विद्यालयों के पुस्तकालय को व्यवस्थित किया जा रहा है और शिक्षकों को डायरी के अनुसार शिक्षण कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।