जिले के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। जिला अस्पताल की पैथालॉजी में थॉयराइड की जांच के लिए मशीन चालू हो गई है। तीन दिन से मरीजों की जांच भी इस मशीन से हो रही है। मशीन लग जाने से अब मरीजों को प्राइवेट लैब का रुख नहीं करना होगा* जिला अस्पताल में थायराइड समेत कई महत्वपूर्ण जांचें निशुल्क हो सकेंगी। जिला अस्पताल और महिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों को थायराइड की जांच चिकित्सक लिखते हैं। खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को यह जांच प्राथमिकता से कराने के लिए लिखा जाता है। अभी तक अस्पताल में थायराइड की जांच की सुविधा नहीं थी। ऐसे में मरीजों को प्राइवेट पैथालॉजी जाना पड़ता था। प्राइवेट पैथालॉजी में जांच कराने पर रुपये खर्च करने पड़ते थे। अब जिला अस्पताल की पैथालॉजी में ही थायराइड की अत्याधुनिक मशीन लग गई है। पिछले तीन दिनों से लगातार मरीजों की जांच भी हो रही है। हर रोज औसतन 250 मरीजों की थायराइड की जांच की जा रही है। अगले ही दिन इसकी रिपोर्ट भी दिए जाने की व्यवस्था की गई है। इस मशीन से फिलहाल टी-3, टी-4 और टी-एसएच की जांच की जा रही है। एक साथ हो जाती है 65 नमूनों की जांच लगभग 40 लाख रुपये की लागत से स्थापित की गई थायराइड मशीन में 13 रैक हैं। प्रत्येक रैक में पांच सैंपल रखने की व्यवस्था है। इस लिहाज से देखा जाए तो एक साथ 65 नमूनों की थायराइड जांच इस अत्याधुनिक मशीन से हो सकती है। भविष्य में इसी मशीन से हो सकेंगी बड़ी जांचें पैथालॉजी की विभागाध्यक्ष डा. अपर्णा खंडेलवाल ने बताया कि लैब में लगाई गई मशीन अत्याधुनिक है। भविष्य में इसी मशीन से फीमेल हार्मोन, कैंसर मार्कर, विटामिन, वायरल लोड और हेपेटाइटिस-बी और सी की जांच भी की जा सकेगी। इन जांचों के लिए फिर मरीजों को प्राइवेट पैथालॉजी या लखनऊ की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मरीजों को थायराइड की जांच कराने के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। अस्पताल की ओपीडी में जिन मरीजों को थायराइड की जांच लिखी जाएगी, उनकी जांचें पैथालॉजी में निशुल्क हो जाएंगी। - डाॅ. आर्य देश दीपक, प्राचार्य मेडिकल काॅलेज