भरावन शुक्रवार को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर दर्जनों शिक्षक लामबंद होकर जूनियर शिक्षक संघ के बैनर के साथ मुख्यमंत्री को संबोधित विज्ञापन दिया। जिसमें महानिदेशक पर तानाशाही रवैया के साथ आदेश थोपने का आरोप लगाया। शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष कमल कांत तिवारी ने बताया कि प्रदेश के सभी शिक्षक व सभी शिक्षक संगठन पुरानी पेंशन बहाली के साथ अपनी कई समस्याओं के समाधान हेतु लंबे अर्से से प्रयासरत हैं। किंतु उन पर आज तक कोई भी सुनवाई नहीं की जा सकी। साथ ही शिक्षकों चोर समझते हुए आदेश जारी कर दिया कि जी स्कूलों में टैबलेट दिए गए हैं,सभी शिक्षक अपनी उपस्थिति सेल्फी से दें। इसीलिए जबकि टैबलेट में ना ही सिम है ना कोई रिचार्ज का पैसा कर्मचारी सिम अपनी आईडी पर क्यों ले सभी को विभाग से सीयूजी नंबर मुहैया करवाने चाहिए ।हालांकि किसी भी राज्य कर्मचारियों को शायद ही किसी विभाग में ऐसे आदेशों का पालन करवाया जा रहा हो ।जबकि परिषद में ऐसा कोई आदेश पारित नहीं कराया गया। विगत पांच वर्षों से परिसर को ताख पर रखकर सारे आदेश पारित किया जा रहे हैं ।जो कि भारत जैसे गण राष्ट्र में असंवैधानिक है।हम सभी शिक्षक अपने संगठन सहित ऐसे फरमानों का पुरजोर विरोध करते हैं ।हम अपने न्याय प्रिय मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर यह अपील करते हैं कि वह गुरु परंपरा को भलीभांति समझते हैं शिक्षक को गुरु कहा जाता है उसे समाज में चोर की संज्ञा ना दें। हमारी गुणवत्ता को समय-समय पर विभाग अपने अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा की परखती रहती है इसमें हमें तनिक भी परेशानी नहीं होती। किंतु साइबर क्राइम के युग में महिला अध्यापक व नन्ही बालिकाओं की फोटो ऐसे अपलोड करना सरासर गलत लग रहा है। साथ ही गुरुजनों की गरिमा को बरकरार रखते हुए परिषद की महत्ता पर भी सवाल ना उठने दिए जाएं। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों सहित विकासखंड के दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।