राजनैतिक सिंद्धांत औऱ प्रक्रियाओं में न्याय सबसे पुरानी अवधारणाओं में से एक है, न्याय के सिद्धांत को लेकर तमाम प्रकार की बातें कहीं गई हैं, जिसे लगभग हर दार्शनिक और विद्वान ने अपने समय के अनुसार समझाया है और सभी ने इसके पक्ष में अपनी आवाज को बुलंद किया है। न्याय को लेकर वर्तमान में भी पूरी दुनिया में आज भी वही विचार हैं, कि किसी भी परिस्थिति में सबको न्याय मिलना चाहिए। इसके उलट भारत में इस समय न्याय के मूल सिद्धामत को खत्म किया जा रहा है। कारण कि यहां न्याय सभी कानूनी प्रक्रियाओं को धता को बताकर एनकाउंटक की बुल्डोजर पर सवार है, जिसमें अपरधियों की जाति और धर्म देखकर न्याय किया जाता है। क्या आपको भी लगता है कि पुलिस को इस तरह की कार्रवाइयां सही हैं और अगर सही हैं तो कितनी सही हैं। आप इस मसले पर क्या सोचते हैं हमें बताइये अपनी राय रिकॉर्ड करके, भले ही इस मुद्दे के पक्ष में हों या विपक्ष में

सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

भारतीय संविधान किसी के आर्टिकल 14 से लेकर आर्टिकल 21 तक समानता की बात कही है, इस समानता धार्मिक आर्थिक राजनीतिक और अवसर की समानता का जिक्र किया गया है। इस समानता किसी प्रकार की जगह नहीं है और किसी को भी धर्म, जाति और समंप्रदाय के आधार पर कोई भेद नहीं किये जाने का भी वादा किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के हालिया फैसले में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि वह धर्म की पहचान के आधार भेदभाव पैदा करने की कोशिश है।दोस्तों आप इस मसले पर क्या सोचते हैं? क्या आप सरकार के फैसले के साथ हैं या फिर इसके खिलाफ, जो भी हो इस मसले पर आपकी क्या राय है? आप इस मसले पर जो भी सोचते हैं अपनी राय रिकॉर्ड करें

सीआरपीएफ अधिकारी के नेतृत्व में शहीद की शहादत को नमन किया गोरखपुर जिले की खजनी तहसील इलाके के पुरासपार ग्रामसभा के मरवटियां मौजे के निवासी रहे 18 जुलाई वर्ष 1987 को अमृतसर स्वर्ण मंदिर में हुए आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए। शहीद जीतन यादव की 38 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर प्रयागराज से पहुंचे सीआरपीएफ अधिकारी उदयभान सिंह के नेतृत्व में शहीद परिवार के स्वजनों और थाने के पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में शहीद जीतन यादव के अदम्य शौर्य पराक्रम और साहस को याद करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण पुष्पार्चन कर नमन करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। सीआरपीएफ अधिकारी और पुलिसकर्मीयों ने उन्हें सलामी दी। श्रद्धांजलि सभा के दौरान क्षेत्र के युवाओं को जीतन यादव से प्रेरणा लेने का आवाह्न करते हुए वक्ताओं ने शहीद के जीवन से जुड़े प्रेरक प्रसंग सुनाए। विगत 37 वर्षों से प्रति वर्ष मनाए जाने वाले इस पुण्यतिथि के अवसर पर क्षेत्र के पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिलीप यादव खजनी ब्लॉक के पूर्व प्रमुख राजमन यादव ग्राम प्रधान तरंग यादव बांसगांव ब्लॉक प्रधान संघ अध्यक्ष समेत लोहा यादव, विकास यादव, ज्वाला यादव,नितेश यादव, अभिषेक यादव,सुंदरम सिंह,विनय यादव,रामपाल सिंह,विवेक,अनूप, इंद्रजीत यादव, मनीष यादव, एस. आई.रजनीश, कांस्टेबल अमलेश यादव, हर्षवर्धन वर्मा आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।

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