गोरखपुर। दिल्ली रेल भवन में हुई राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच की बैठक में कर्मचारी नेताओं ने महा हड़ताल भारत बंद और रेल का चक्का जाम करने का निर्णय लिया है, कामरेड शिवगोपाल मिश्र में बताया कि अगले हफ्ते इसके तारीख की घोषणा कर दी जाएगी। उक्त को लेकर एनजेसी की बैठक पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ भवन पर हुई जिसकी अध्यक्षता पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय और संचालन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने किया। बैठक में मुख्य वक्ता राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि परीक्षा की घड़ी नजदीक आ गई है सभी कर्मचारी भारत बन्द के लिए कमर कस लें, और सरकार से दो-दो हाथ करने को तैयार हो जाएं क्योंकि यह सरकार हमे हमारा हक नही देना चाहती है। पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद राय ने कहा कि इस बार होने वाला महा हड़ताल देशव्यापी होगा इसमें कार्यालय के बंदी के साथ रेलवे का चक्का भी जाम किया जाएगा इसलिए सभी कर्मचारी करो या मरो की तर्ज लड़ना पड़ेगा तभी पुरानी पेंशन बहाल होगी। परिषद के महामंत्री मदन मुरारी शुक्ल ने कहा कि अब भी वक्त है कि सरकार हमे हमारा हक दे दे अन्यथा हड़ताल की ऐसी बिगुल बजेगी की सरकार की चूल्हे हिल जाएंगी। इस अवसर पर विनोद राय, रूपेश श्रीवास्तव, मदन मुरारी शुक्ल, राजेश सिंह, अनूप कुमार श्रीवास्तव, अनिल द्रिवेदी, अशोक पांडेय, श्याम नारायण शुक्ल, कनिष्क गुप्ता, इजहार अली, दीपक चौधरी,खजांची शाह, निरंजन कुमार यादव, नीलांबर प्रसाद सिंह, संदीप कुमार मिश्रा, चंद्रिका कुमार निषाद, धीरज यादव, अजय कुमार त्रिपाठी, कौशल कुमार सिंह, देवेश सिंह, अंशुमान पाठक, हरकेश बहादुर सिंह, जामवंत पटेल विनीता सिंह विजय शर्मा सहित तमाम कर्मचारी उपस्थित रहे।
गोरखपुर। अतिक्रमण के नाम पर पटरी व्यवसाइयों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है एक तरफ जहां प्रदेश और केंद्र सरकार पटरी व्यवसाईयों के उत्थान की बात करती है और तमाम तरह की सुविधा मुखिया करती है तो वही दूसरी तरफ अतिक्रमण हटाने के नाम पर पटरी व्यवसाईयों का शोषण किया जा रहा है यह कहना है पटरी व्यवसाय पवन चौधरी का आइए सुनते हैं, प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने आगे क्या कहा...
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रा के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन कर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा गया। उल्लेखनीय हो कि गोरखपुर विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख शैक्षिक संस्थान में छात्रा द्वारा शिक्षक पर यौन शोषण करने का आरोप लगाया गया है, जो निन्दनीय एवं चिंताजनक है। उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी चिंताजनक है एवं छात्राओं के साथ लगातार इस प्रकार की घटनाओं के कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हो रही है। अभाविप यह मांग करती है कि गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन उक्त गंभीर प्रकरण को तत्काल संज्ञान में लेते हुए संपूर्ण प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करा दोषी पर कठोरतम कार्रवाई करे। अभाविप गोरक्ष प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा कि पूर्वांचल में उच्च शिक्षा के सबसे बड़े केंद्र दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में विगत कई महीने से निरंतर छात्राओं के साथ हो रहे उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही है इस प्रकार के प्रकरण शैक्षिक संस्थानों में शिक्षा का स्वस्थ वातावरण तैयार करने के लिए अनुकूल नहीं है, अभाविप उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच की माँग करती है। अभाविप गोरक्ष प्रांत राज्य विश्वविद्यालय कार्य प्रमुख ऋषभ सिंह ने कहा कि शिक्षा के केंद्र पर इस प्रकार की गतिविधियां शैक्षिक वातावरण को दूषित करने का कार्य कर रही हैं। गोरखपुर विश्वविद्यालय में शिक्षक निरंकुश हो गए हैं, प्रशासनिक अराजकता चरम पर है। गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रा द्वारा शिक्षक पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाना बेहद शर्मनाक और अत्यंत गंभीर घटना है, उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी चिंताजनक है। अभाविप गोरखपुर विश्वविद्यालय इकाई मंत्री चंद्रपाल यादव ने कहा कि शैक्षिक संस्थान जिन्हे विद्या का मंदिर माना जाता है, उसी विद्या के मंदिर में शिक्षक द्वारा छात्रा के साथ शर्मनाक कृत्य किया जाना स्वीकार्य नहीं है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही नही करता है तो अभाविप आंदोलन को बाध्य होगी।
गोरखपुर। दिशा छात्र संगठन और स्त्री मुक्ति लीग की ओर से गोरखपुर विश्वविद्यालय में असिस्टेण्ट प्रोफ़ेसर द्वारा छात्रा के यौन उत्पीड़न के खिलाफ गोरखपुर विश्वविद्यालय का मेन गेट बन्द कर नारेबाजी कर विरोध-प्रदर्शन किया गया और जुलूस निकालकर कुलपति को ज्ञापन सौंपा गया। दिशा छात्र संगठन की अंजली ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं के लिए यातनागृह बन चुका है। अभी एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आयी है। स्नातक की एक छात्रा ने अपने विभाग के एक अस्सिटेंट प्रोफेसर पर यौन व मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए डीडीयू प्रशासन के साथ ही राज्यपाल, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, राज्य महिला आयोग से शिकायत की है। इस घटना में एक अस्सिटेंट प्रोफेसर द्वारा स्नातक की छात्रा को परीक्षा में पास करने का लालच देकर उसका यौन शोषण करने का प्रयास किया गया और छात्रा के मना करने पर उसको परीक्षा में फेल करने और जीवन बर्बाद करने की धमकी दिया। विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर द्वारा छात्रा को परीक्षा में फेल करने, जीवन बर्बाद करने, यौन शोषण और मुँह बन्द रखने की धमकी देना निन्दनीय है और हमारे समाज के पितृसत्तात्मक चरित्र को बेपर्द करने वाला है। गोरखपुर विश्वविद्यालय में यौन उत्पीड़न की यह कोई पहली घटना नहीं है। ऐसी शर्मनाक घटनाएँ गोरखपुर विश्वविद्यालय समेत देशभर के विश्वविद्यालयों में आये दिन होती है। पिछले वर्ष जुलाई में भी एक विभागाध्यक्ष पर भी गम्भीर आरोप लगे थे जिसकी शिकायत ऑडियो रिकॉर्डिंग और फोटो के साथ की गयी थी। लेकिन उस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गयी। इसी तरह अभी हाल ही में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक की छात्रा का प्राचीन इतिहास के प्रोफेसर अजय कुमार सागर के द्वारा यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है, पाँच दिनों बाद छात्रों के दबाव में पुलिस प्रशासन को आरोपी के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज़ कराना पड़ा। लेकिन अब कार्रवाई करने की जगह लगातार प्रशासनिक लीपापोती करने की कोशिश जारी है। दिशा छात्र संगठन इस शर्मनाक घटना पर खेद प्रकट करता है और माँग करता है कि- 1. आरोपी शिक्षक को तत्काल बर्खास्त किया जाय और इनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाये। 2. ऐसे मामलों को संज्ञान में आते ही उनको गम्भीरता से लिया जाये और अविलम्ब जाँच-पड़ताल पूरी करके आरोपी को कठोरतम दण्ड मिले। 2. विश्वविद्यालय में लड़कियों की निजता और सुविधा की दृष्टि से अलग हॉल और टॉयलेट्स खोले जायें और उनका उचित प्रबन्धन किया जाये। 3. विश्वविद्यालय परिसर में आये दिन छेड़छाड़ व यौन उत्पीड़न की घटनाएँ होती हैं। ‘कमेटी अगेंस्ट सेक्सुअल हैरेसमेण्ट’ गठित किया जाय, इसे जाँच व कार्रवाई की शक्ति दी जाय, इसकी एक हेल्पलाइन जारी कर सभी छात्र-छात्रओं को इससे अवगत कराया जाय। विरोध-प्रदर्शन में अदिती,चन्दा, शालिनी, मनीष, सुधा, माया, दीपक,शेफाली,तृप्ति, विद्यानंद आदि शामिल हुए।
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गोरखपुर: गोरखपुर के इन इलाकों में गुल रहेगी बिजली। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो को पूरा सुने और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें धन्यवाद।
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ट्रैक का स्लीपर बदल बढ़ाएंगे लखनऊ तक ट्रेनों की रफ्तार आवंटित हुए 30 करोड रुपए बदल रहा है गोरखपुर
मुबलबाड़ी , गोरखपुर की दीपमाला श्रीवास्तव ने कहा कि गोरखपुर गोला नगर पंचायत में सीसीटीवी कैमरों के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए गए हैं , लेकिन आधे से अधिक कैमरे काम नहीं कर रहे हैं । सदस्यों ने कमियों को सुधारने के लिए बैठक में कई बार आवाज उठाई , लेकिन इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा , जबकि क्षेत्र में आप पर लगातार अधिक घटनाएं हो रही हैं । लगभग एक साल पहले , पुलिस प्रशासन के प्रयासों से , नगर पंचायत क्षेत्र के प्रमुख स्थानों पर टिनेत्रा अभियान के हिस्से के रूप में पचास शुल्क टीवी कैमरे लगाए गए थे ।
एक जेई का वेतन, रोका दूसरे को प्रतिकूल प्रविष्टि ।