उत्तरप्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से तार केशवरी श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि जलवायु परिवर्तन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे पृथ्वी के जलवायु क्रिया में स्थिरता खत्म हो रही है और मौसमी तथा जलवायु में परिवर्तन हो रही इसकी मुख्य वजह वायु प्रदूषण ,जलवायु उत्सर्जन अन्य जैविक उत्सर्जन हैं। यह परिवर्तन ग्लोबल वार्मिंग के रूप में दिखाई देता है। इसमें पृथ्वी के तापमान में वृद्धि होती है और इससे जलवायु के प्रभाव भी बदल जाते हैं उच्चतर तापमान के कारण बर्फ के पिघलाव समुन्द्री तटों की कटाव और विप्लव आकार में बाढ़ जैसे प्राकृतिक आपदाओं के खतरे बढ़ जाते हैं । इस परिवर्तन का सीधा प्रभाव मानव समुदायों पर होता है जैसे कि खाद्य सुरक्षा ,पानी की आपूर्ति ,स्वास्थ्य और निवास की स्थिति पर विशेष रूप से उन समुदायों पर इसका अधिक प्रभाव पड़ता है जो पर्यावरण पर अधिक निर्भर रहते हैं जैसे कि कृषि और निर्माण क्षेत्र इस समस्या का समाधान ग्लोबल स्तर पर संयुक्त प्रयास के बिना सम्भव नहीं है। विशेष रूप से सौर ऊर्जा और संचयन तथा सड़क निर्माण परिवहन में परिवर्तन करने से ही हम इन चुनौतियों का समाधान पा सकते हैं