उत्तर प्रदेश राज्य के गोरखपुर जिला से अदिति श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि आत्महत्या का शाब्दिक अर्थ है जानबूझकर अपनी मौत का कारण बनने के लिए खुद को मारना । आत्महत्याएँ अक्सर अवसाद के कारण होती हैं । आत्महत्याएँ आर्थिक , राजनीतिक , मनोवैज्ञानिक आदि के कारण हो सकती हैं । अवसादग्रस्तता विकार , शराब या मादक द्रव्यों के सेवन जैसे मानसिक विकार जिम्मेदार हो सकते हैं । आत्महत्याएँ तनाव के कारण होती हैं । वित्तीय कठिनाई , पारस्परिक कठिनाइयों जैसे तनाव कारक अक्सर आत्महत्या की रोकथाम के प्रयासों , आग्नेयास्त्रों तक पहुंच को सीमित करने , मानसिक बीमारी का इलाज करने और नशीली दवाओं के उपयोग को रोकने में भूमिका निभाते हैं । आज तक आत्महत्या करने का सबसे आम तरीका फांसी लगाना , कीटनाशक और जहर पीना और खुद को गोलियों से मारना है । पुरुषों और महिलाओं में आत्महत्या के मामले में भारत दसवें स्थान पर है ।