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उत्तर प्रदेश राज्य के बाराबंकी जिला से गीतांजलि श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि प्रदूषण एक प्रकार का धीमा जहर है जो हवा है। पानी, धूल आदि के माध्यम से न केवल मनुष्य बल्कि जीवित प्राणी, जानवर, पक्षी, पेड़-पौधे और अन्य वनस्पति को नष्ट कर रहा है।आज प्रदूषण के कारण प्राणियों का अस्तित्व खतरे में है। इसके कारण कई प्राणी , जानवर, पक्षी और वन्य प्राणी विलुप्त हो गए हैं। यदि प्रदूषण इस तरह से फैलता रहा तो जीवन बहुत कठिन हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश राज्य के बाराबंकी जिला से गीतांजलि श्रीवास्तव ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि देश में एक शादी हुई है, जिसकी चर्चा हर जगह हो रही है। एक उद्योगपति ने अपनी बेटे की शादी पर पानी की तरह पैसा बहाया है । इस शादी में उन्होंने पांच हजार करोड़ रुपये खर्च किए। कुछ लोग इस दिखावे पर सवाल उठा रहे हैं और कुछ लोग इस शाही शादी का समर्थन भी कर रहे हैं। मीडिया के माध्यम से खबर आम जनता तक पहुंच रही है, मीडिया ने बताया कि यह शादी देश की सबसे बड़ी उपलब्धि है। देश में कुछ लोगों के पास शादी के लिए पैसे नहीं हैं। लोग गरीबी के कारण अपनी बेटी की शादी नहीं कर पाते हैं। यह शाही शादी अपने में तो खास है, लेकिन गरीबों को इससे कोई मतलब नही है।
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उत्तर प्रदेश राज्ये के बाराबंकी जिला से गीतांजलि श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही है की जल का महत्व जल धरती माता द्वारा मनुष्य को उपलब्ध कराया गया है यह सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है जल यह जीवन के अस्तित्व और परिस्थित संतुलन को बनाए रखने के लिए सबसे आवश्यक है जल के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकतीऔर इतिहास सभ्यताओं के बीच जल को लेकर बड़े-बड़े युद्ध भी हुए हैं। हालांकि देखा जाए पृथ्वी में 71% पानी लेकिन इसका केवल 2.5% थी ताजा जल है।
मैं गीतांजलि श्रीवास्तव बाराबंकी मोबाइल वाणी से मोबाइल वाणी में सभी श्रोताओं का स्वागत है। आइये बात करते हैं राजीव की डायरी की राजीव की डायरी में कड़ी संख्या 3 अपनी भूमि अपनी आवाज पर कुछ चर्चा की गई थी लड़कियों के लिए भूमि अधिकार का मतलब एक बेहतर जिंदगी देना और अच्छी शिक्षा तक पहुंचाना अच्छी शादी होना । भूमि अधिकार मिलने से घर और समुदाय में अधिक मान सम्मान बढ़ता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के बाराबंकी जिला से गीतांजलि श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि पिछले कुछ दिनों से यह भीड़भाड़ का मामला रहा है और इस दुर्घटना में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। प्रशासन को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि एक स्थान पर भीड़भाड़ न हो। और प्रत्येक विधानसभा में व्यक्तियों की संख्या तय की जानी चाहिए ताकि अधिक आबादी के कारण भगदड़ न हो, धार्मिक दुकानें बंद हों और जनता भी जागरूक हो। जहाँ भी लाखों की भीड़ होगी, वहाँ कोई न कोई दुर्घटना होगी और भगदड़ भी होगी। लोग बवंडर में खो रहे हैं। यह एक बहुत बड़ी सामाजिक समस्या है। यह हो गया है कि हमारे देश में अक्सर ऐसी खबरें मिलती हैं और ऐसी दुर्घटनाएं भीड़ में होती हैं और फिर भी कहीं अधिक भीड़ होने पर कोई भी इन दुर्घटनाओं के बारे में कुछ नहीं चिल्लाता है। इसलिए कोशिश करें कि वहाँ न जाएँ या देखें कि हमारे पड़ोसी जा रहे हैं, हमारे रिश्ते चल रहे हैं, बहुत भीड़ न हो। पहला, हमारे देश की जनसंख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि कहीं भी भीड़ जमा हो जाती है। ऐसा होने में समय नहीं लगता और लोगों के पास यहां भी समय होता है, लोग खाली भी रहते हैं, इसलिए जरूरत से ज्यादा भीड़ होती है। आज के युग में भी लोग बाबाओं और बाबाओं के घेरे में फंस रहे हैं। यहां तक कि संख्या भी बढ़ रही है, हमें ऐसे बाबाओं से दूर रहना चाहिए और अपने कर्मों पर विश्वास रखना चाहिए, जब हम स्वयं जागरूक होंगे, तभी कुछ होगा, तभी हम दूसरों को कुछ सिखा पाएंगे और भीड़ और बाबाओं को बदल पाएंगे। बाबा से दूर रहना समझदारी की बात है, वह कोई चमत्कार नहीं करते, यह सिर्फ उनके मन का एक भ्रम है। हम वहाँ जाते हैं और भीड़ इकट्ठा करते हैं और एक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जनसंख्या अधिक ना हो।