बताते चले की एक बाप या मां अपने बच्चो को अच्छी परवरिश के साथ साथ अच्छी शिक्षा दीक्षा की तमन्ना रखती है। ऐसे में यदि मां ही बच्चे का एक मात्र लकड़ी का सहारा हो जाए और पिता दिहाड़ी मजदूरी के बल परिवार का भरण पोषण करता हो तो उस बच्ची से पूछिए की क्या उसके ऊपर बिताती होगी। जी हां मैं बात कर रहा हूं अयोध्या जिले के विकासखंड तारून ग्राम सभा यादवपुर जहां की प्रधान सुनीता यादव हैं। मैं मोबाइल वाणी अयोध्या के माध्यम से बताना चाहूंगा उपरोक्त ग्राम सभा निवासी अनंत बहादुर सिंह को दिन भर दिहाड़ी कर के परिवार की जीविका चला रहे है। इनके परिवार में पत्नी दिव्यांग के साथ एक पुत्री है जिसको आपने अपने कठिन परिश्रम से आज आपने बिटिया को BEad की डिग्री दिलाने में प्रयासरत है। ऐसे कर्मठ शील महानुभाव को मेरी तरफ से तमाम शुभकामनाएं । । ज्ञात हो इसी बीच पढ़ाई आदि से समय निकाल कर दिवायंग मां की दैनिक क्रिया आदि से निवृत कराकर भोजन आदि के पश्चात पढ़ाई में ध्यान लगाना। किसी चुनौती से कम नहीं। पीड़ित पिता ने अपनी आप बीती मोबाइल वाणी अयोध्या को बताया,,,,,,, मैं दुर्गा सिंह मोबाइल वाणी अयोध्या
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