एक सामान्य समझ है कि कानून और व्यवस्था जनता की भलाई के लिए बनाई जाती है और उम्मीद की जाती है कि जनता उनका पालन करेगी, और इनको तोड़ने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके उलट भारतीय न्याय संहिता में किये गये हालिया बदलाव जनता के विरोध में राज्य और पुलिस को ज्यादा अधिकार देते हैं, जिससे आभाष होता है कि सरकार की नजर में हर मसले पर दोषी और पुलिस और कानून पूरी तरह से सही हैं।
सुनते है बच्चों के लिए बना ये प्यारा सा गाना, जिसमें बात हो रही है सेहतमंद खाने और साबुन से हाथ धोने की। ये गाना आपके बच्चों को कैसा लगा? आप अपने बच्चों को किस तरह का पौष्टिक खाना देते है? क्या आप उन्हें खाने से पहले साबुन से हाथ धोने के लिए कहते है? हमें बताएं फोन में नंबर 3 दबाकर।
सुनते है बच्चों के लिए बना ये प्यारा सा गाना, जिसमें बात हो रही है सेहतमंद खाने और साबुन से हाथ धोने की। ये गाना आपके बच्चों को कैसा लगा? आप अपने बच्चों को किस तरह का पौष्टिक खाना देते है? क्या आप उन्हें खाने से पहले साबुन से हाथ धोने के लिए कहते है? हमें बताएं फोन में नंबर 3 दबाकर।
जन्म से आठ साल की उम्र तक का समय बच्चों के विकास के लिए बहुत खास है। माता-पिता के रूप में जहाँ हम परवरिश की खूबियाँ सीखते हैं, वहीँ इन खूबियों का इस्तेमाल करके हम अपने बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास को बढ़ावा दे सकते है। इस बारे में श्रोताओं की क्या राय है, चलिए सुनते हैं. इस बारे में बचपन मनाओ... सुन रहे दूसरे साथियों को भी जानकारी दें। अपनी बात रिकॉर्ड करने के लिए दबाएं नंबर 3.
शेखपुरा। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग राज्य खेल प्राधिकरण एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय निःशक्तता एथलेटिक्स चयन प्रतियोगिता 8 जनवरी 2024 को शहर के अभ्यास मिडिल स्कूल में आयोजित होगी। इसके लिए आप जिला खेल कार्यालय दल्लू मोङ शेखपुरा से फार्म लेकर 7 जनवरी 2024 तक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए वरीय उपसमाहर्ता अर्चना कुमारी ने बताया कि इसमें शारीरिक दिव्यांग, मंद बुद्धि, दृष्टिहीन बहरा व गूंगा कोटि के पांच-पांच बालक व बालिकाएं शामिल होंगी। उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह दिया जायेगा।
साथियों मोबाइल वाणी लेकर आ रहा है, घुमक्कड़ी का नया कार्यक्रम चलो चलें। जिसमें आप सुनेगें आपके शहर गांव कस्बों की एक नए रोचक अंदाज में घुमक्कड़ी।
शेखपुरा।। बिहार राज्य बाल श्रमिक आयोग के अध्यक्ष व बिहार सरकार के मंत्री डॉ चक्रपाणि हिमांशु बुधवार को शेखपुरा के सर्किट हाउस पहुंचे। जहां राजद युवा जिलाध्यक्ष विनय यादव की अगुवाई में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान विनय यादव ने उन्हें फूल माला पहनाकर और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष शिवकुमार सिंह,सोनू साव, श्री निवास सहित कई लोग शामिल थे।इस खबर को सुनने के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
शेखपुरा।। जिले में इस वर्ष प्रयाप्त मात्रा में बारिश नहीं होने के कारण इसका असर असिंचित फसलों पर साफ दिखाई दे रहा था। किसान फसलों को देखकर काफी चिंतित नजर आ रहे थे ।लेकिन पिछले कुछ दिनों से ठंड बढ़ने और कोहरा छाये रहने से फसलों पर पानी की बूंदे भी जमने लगी है। जिसके कारण फसलों में भी फायदा दिखाई देने लगा है। जिसके कारण किसान भी खुश नजर आ रहे हैं। किसानों ने बताया कि रबी की फसलों में ओस की बूंदे आने से सिंचित और असिंचित फसलों में बहुत अच्छा फायदा हो रहा है। जिसके कारण फसलों में उपज अच्छी होने की संभावना बनी है। कृषि विशेषज्ञों ने बताया कि अगर ओस लगातार गिरती रहीं तो चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। इस बार कम बारिश के कारण रबी की फसलें अधिक सिंचाई चाह रही है। ठंड पर्याप्त नहीं होने से फसल की ग्रोथ रूकी हुई थीं लेकिन अब ओस का असर देखने को मिल रहा है। कृषि विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि मौसम में आए बदलाव के बाद अब ठंड बढ़ने के साथ रात में ओस गिरने लगी है। जिसका असर फसलों को मिल रहा है। यह ओस सीधे पौधों पर गिरती है और तना से खिसक कर पौधों की जड़ों तक चली जाती है। ओस की नमी से फसल का रंग रूप बदल रहा है। अगर लगातार ओस का सहारा फसलों को मिला तो निश्चित ग्रोथ बढ़ेगी उत्पादन भी ठीक होगा। चना, सरसों व गेहूं की फसल को लाभ मिलेगा। ठंडा मौसम होने से सभी फसलों को अच्छा लाभ होगा। रबी सीजन की फसलें गेंहूं, जौ, चना, सरसों, मटर, मसूर तथा पालक, मेथी, धनिया, मूली, गाजर, गोभी आदि फसलें ठंडे मौसम की फसलें हैं। सर्द मौसम व कम तापमान से इनमें ज्यादा ग्रोथ व वृद्धि होती है। पिछले कुछ दिनों से ठंडी हवाएं चलने से तापमान में आई गिरावट तथा सर्दी बढ़ने के कारण सभी फसलों पर अनुकूल प्रभाव दिखाई देने लगा है। दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह तक तापमान औसत से ज्यादा होने से कम सर्दी के कारण फसलों में वृद्धि कम हो रहा था। अब तापमान गिरने से तथा ठंड बढ़ने से गेंहू, जौ, सरसों तथा तिलहनी फसलें व सब्जियां लहराने लगी हैं। कृषि विशेषज्ञों ने बताया की गेंहू फसल जिले तथा प्रदेश की मुख्य रबी फसल है। गेंहूं फसल को अच्छे फुटाव व बढ़ाव के लिए कम तापमान व ठंडा मौसम अनुकूल रहता है। गेंहू फसल पर पाले व शीत लहर का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। अत: अब ठंड बढ़ने से गेंहू आदि फसलों में ज्यादा वृद्धि व फुटाव से इनकी पैदावार में बढ़ोतरी की उम्मीद जगी है। सरसों फसल में भी ठंडे मौसम में सखाएं, फूल व फलियां अधिक बनने से इनकी उपज भी बढ़ेगी। कृषि विशेषज्ञों ने कहा कि किसान फसलों में इस समय आवश्यकता अनुसार सिचाई करें। आगामी दिनों में यदि पाला जमने की संभावना लगे तो सरसों तथा सब्जियों में भी हल्की सिचाई करें ताकि इनका पाले से बचाव हो सके।
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए...
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