सुनिए एक प्यारी सी कहानी। इन कहानियों की मदद से आप अपने बच्चों की बोलने, सीखने और जानने की समझ बढ़ा सकते है।ये कहानी आपको कैसी लगी? क्या आपके बच्चे ने ये कहानी सुनी? इस कहानी से उसने कुछ सीखा? क्या आपके पास भी कोई नन्ही कहानी है? हमें बताइए, फ़ोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
हिटलर जो सोच और करना चाह रहा था उसे तानाशाही कहते हैं, यह सोच किसी भी व्यक्ति में तब आती है जब उसके अनुयाई मानने वाले लोग आंख मूंदकर उसके सही और गलत हर फैसले को मानने लगते हैं। ऐसा करने के लिए आवश्यक होता है कि अनुयाइयों को इसकी आदत लगा दी जाए, जैसा कि इन दिनों भारत में हो रहा है।
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए सुनिए हंसी-मज़ाक में डूबे हंसगुल्ले और रिकॉर्ड कीजिए अपने चुटकुले, मोबाइल वाणी पर, फोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।
बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के परसोंबीघा मोहल्ला में एक कट्ठा जमीन हङपने की नियत से एक कलयुगी पुत्र ने अपनी जिंदा मां को कोर्ट में शपथ पत्र बनवा कर मृत घोषित कर दिया। यह मामला का उजागर तब हुआ जब पुत्र के द्वारा अंचल कार्यालय बरबीघा में दाखिल खारिज करने के लिए आवेदन दिया गया। जब छोटे भाई को इस बात की जानकारी हुई तो उसने इस बात का विरोध किया तो उसके साथ भी मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। मामले को लेकर छोटे भाई की पत्नी द्वारा बरबीघा थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराया गया है। घटना के संबंध में पीड़ित महेश कुमार ने बताया कि उसके पिता स्वर्गीय सरयुग प्रसाद की कुछ वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। पिता की मृत्यु के बाद उसके बड़े भाई अरविंद कुमार ने संपत्ति में बंटवारा कर लिया था। बंटवारा के समय दोनों भाइयों में हिस्सा लगने के साथ-साथ मां को भी एक कट्ठा जमीन हिस्से में दिया गया था। बटवारा के समय मां के मरने के बाद उनके हिस्से की जमीन दोनों भाइयों में बांटने की बात पंचों ने तय किया था। लेकिन तीन महीना पहले उसके भाई ने शेखपुरा सिविल कोर्ट से मां के मरने संबंधी शपथ पत्र बनवाकर उनके हिस्से की जमीन को भी अपने नाम से दाखिल खारिज करवाने के लिए अंचल कार्यालय बरबीघा में आवेदन दिया। जब इसकी भनक उसके छोटे भाई महेश कुमार को लगा तो वह अपनी मां के साथ अंचलाधिकारी से मिला और दाखिल खारिज पर रोक लगाने के लिए आवेदन दिया। जिसके बाद अंचलाधिकारी के द्वारा दाखिल खारिज पर रोक लगा दिया गया। इसी बात से नाराज होकर बड़े भाई अरविंद कुमार ने छोटे भाई महेश कुमार को रास्ते में घेर कर मारपीट कर घायल कर दिया। वहीं घटना के संबंध में बरबीघा थाना अध्यक्ष सुनील दत्त ने बताया कि पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया है।विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें।
शेखपुरा जिले के लोहान गांव में बिचली पोखर खुदाई के दौरान अष्टधातु की भगवान शिव व पार्वती की पालकालीन मूर्ति मिली है। इसकी जानकारी होने पर लोगों ने मूर्ति की पूजा शुरू कर दी है। रविवार की सुबह से हीं भगवान शंकर व मां पार्वती की मूर्ति देखने वालों का तांता लगा है। खुदाई में मिली मूर्ति अष्टधातु की बताई जा रही है। जिस जगह पर मूर्ति मिली है, वहां पर लोग अब मंदिर बनाने की बात कह रहे है। बताया जा रहा है कि अरियरी प्रखंड के लोहान गांव के बिचली पोखर की खुदाई हो रही थी। इसी खुदाई के दौरान जमीन से भगवान शीव व पार्वती की अष्टधातु की मूर्ति निकालने की चर्चा होने लगी। जानकारी मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। मूर्ति की धुलाई कर पास के मंदिर में रख दिया गया है। इसे देखने के लिए आस पड़ोस के गांवों के लोग भी पहुंच गए। और ग्रामीणों ने मूर्ति की पूजा अर्चना शुरू कर दी। धूप, दीप के और प्रसाद चढ़ाए जाने लगा। इस संबंध में लखीसराय संग्रहालय के सहायक संग्रहालय अध्यक्ष डॉ शिवकुमार मिश्र ने नियमानुसार इसे सरकारी संग्रहालय में जमा करवाने की बात कही है।ज़्यादा जानने के लिए इस ऑडियो को क्लिक करें।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ जीवदास साहू ,पछेती फूलगोभी की खेती की जानकारी दे रहे है। विस्तृत जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें...
गांजा के कारोबारियों की तलाश में बरबीघा पहुंची टेक्निकल सेल की पुलिस स्थानीय बरबीघा थाना पुलिस के साथ पुराने पेट्रोल पंप के पास छापेमारी करने गई। पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा की विशेष तकनीकी टीम का छापेमारी के दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
"गांव आजीविका और हम" कार्यक्रम के तहत हमारे कृषि विशेषज्ञ केला और पपीता का फल की जानकारी दे रहे है। अधिक जानकारी के लिए ऑडियो पर क्लिक करें
लड़कियों के सपने सच में पुरे हो , इसके लिए हमें बहुत सारे समाजिक बदलाव करने की ज़रूरत है। और सबसे ज्यादा जो बदलाव की ज़रूरत है, वो है खुद की सोच को बदलने की। शिक्षा महिलाओं की स्थिति में बड़ा परिवर्तन ला सकती है लेकिन शिक्षा को लैंगिक रूप से संवेदनशील होने की जरूरत है। गरीब और वंचित समूह के बच्चों को जीवन में शिक्षा में पहले ही सीमित अवसर मिलते हैं उनमें से लड़कियों के लिए और भी कम अवसर मिलते हैं, समान अवसर तो दूर की बात है। सरकारी स्तर पर जितने ही प्रयास किये जा रहे हों, यदि हम समाज के लोग इसके लिए मुखर नहीं होंगे , तब तक ऐसी भयावह रिपोर्टों के आने का सिलसिला जारी रहेगा और सही शौचालय न होने के कारण छात्राओं को मजबूरी में स्कूल छोड़ने का दर्द सताता रहेगा। तब तक आप हमें बताएं कि *----- आपके गांव में सरकारी स्कूल में शौचालय है, और क्या उसकी स्थिति कैसी है? *----- क्या आपको भी लगता है कि सरकारी स्कूल में शौचालय नहीं होने से लड़कियों की शिक्षा से बाहर होने का बड़ा कारण है *----- शौचालय होने और ना होने से लड़कियों की शिक्षा किस प्रकार प्रभावित हो सकती है?
हंसने-हंसाने से इंसान खुश रहता है, जिससे मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन कम होता है। दोस्तों, उत्तम स्वास्थ्य के लिए हंसी-मज़ाक बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मोबाइल वाणी आपके लिए लेकर आया है कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें सुनकर आप अपनी हंसी रोक नहीं पाएंगे। हो जाइए तैयार, हंसने-हंसाने के लिए सुनिए हंसी-मज़ाक में डूबे हंसगुल्ले और रिकॉर्ड कीजिए अपने चुटकुले, मोबाइल वाणी पर, फोन में नंबर 3 का बटन दबाकर।