इस कार्यक्रम में हम जानेंगे कि कैसे गाँव के लोग मिलकर अपने समुदाय को मजबूत बना रहे हैं। जल संरक्षण, ऊर्जा बचत और आपदा प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सामूहिक प्रयासों की ताकत को समझेंगे। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कैसे छोटे-छोटे कदम मिलकर बड़े बदलाव ला सकते हैं और गाँव के विकास में योगदान दे सकते हैं। क्या आपके समुदाय में ऐसे समूह हैं जो जल संरक्षण, आपदा प्रबन्धन या संसाधन प्रबन्धन पर काम करते हैं? अगर हाँ, तो हमें बताएं कि वे कैसे काम करते हैं? और अगर नहीं, तो इस कार्यक्रम को सुनने के बाद क्या आप अपने समुदाय में ऐसे सामूहिक प्रयास शुरू करने के लिए तैयार हैं?

यह कार्यक्रम मौसम में आ रहे बदलावों और उनसे हमारी रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ने वाले प्रभावों पर केंद्रित है। इसमें बारिश के अनिश्चित पैटर्न से उत्पन्न चुनौतियों और उनके संभावित समाधानों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में यह भी बताया जाएगा कि कैसे ये बदलाव किसानों से लेकर शहरी नागरिकों तक, सभी के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं। आपने और आपके आसपास के लोगों ने बदलते बारिश के पैटर्न के बारे में क्या अनुभव किया है? क्या आपको या आपके जानने वालों को इससे कोई चुनौती झेलनी पड़ी है?

माक अभ्यास के दूसरे दिन उप कमाडेंट 9वीं वाहिनी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गणपतगंज, सुपौल के द्वारा सुपौल अंचल स्थित बैरिया मंच के समीप नदी के पानी में माक अभ्यास किया गया। कार्यक्रम में वरीय उप समाहर्ता सह प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन ऋषव, जिला अग्निशामक के पदाधिकारी एवं सहयोगी, स्वास्थ्य विभाग के कर्मी के साथ-साथ स्थानीय आम जनता, गणमान्य एवं सुपौल, किशनपुर, सरायगढ़-भपटियाही, निर्मली एवं मरौना से आये आपदा मित्र सह गोताखोर उपस्थित हुए। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन के द्वारा आगामी बाढ़ वर्ष 2024 के लिए बाढ़ से बचाव हेतु कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उप कमांडेंट एवं उनके साथ आए प्रशिक्षित बल के द्वारा बाढ़ में डूबने से बचाव हेतु सुझाव दिए गए। पानी में डूबते हुए लोग को कैसे बचाया जाता है तथा अपने आप को कैसे सुरक्षित कर बचाया जाता है से संबंधित जानकारी दी गई। पानी में डूबे हुए व्यक्ति को बाहर निकाल कर तत्काल कैसे प्राथमिक उपचार किया जाता है इस संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। पानी पीये हुए व्यक्ति के शरीर से पानी कैसे निकाला जाता है इस संबंध में आम नागरिकों के बीच जानकारी दी गई। पानी में डूबे हुए व्यक्ति का हृदय आघात होने पर सीपीआर से संबंधित जानकारी डैमो बाडी के साथ दिया गया। पानी में डूबे हुए व्यक्ति को डाक्टर के पास एंबुलेंस में भेजने तक का डैमो प्रस्तुत किया गया। उप कमांडेंट, 9वीं वाहिनी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गणपतगंज, सुपौल के द्वारा आपदा मित्र एवं आम नागरिक जनता को बताया गया कि घरेलू सामान पानी की बोतल, गैलन, थर्मोकाल आदि से भी बाढ़ के समय या पानी में बचने हेतु उपयोग करने की जानकारी दी गई।