सुपौल जिले के भपटियाही थाना क्षेत्र के लालगंज बाजार चौक पर शुक्रवार को स्थानीय लोगों तथा बगल के एक गांव के कुछ लोगों के बीच जमीन को लेकर विवाद बढ़ गया और उसमें दोनों पक्षों में गाली गलौज हो गया। उसके बाद लालगंज बाजार के व्यवसाययों ने अपनी अपनी दुकानों को बंद कर दिया तथा सरायगढ़ गणपतगंज पथ को पूरी तरह से जाम कर दिया। जम के कारण उसे पथ से वाहनों का आना-जाना लगभग 2 घंटे तक बाधित रहा। बाजार के व्यवसाईयों का कहना था कि उन लोगों को बार-बार कुछ लोग धमकी देते रहते हैं और उसके चलते वह सब दहशत में है। थाना अध्यक्ष किशोर कुमार दलबल के साथ वहां पहुंचे और लोगों को समझा बूझकर शांत कराया तब जाकर गाड़ियों का परिचालन शुरू हुआ।

सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के सदानंदपुर गांव के वार्ड नंबर 2 में दिहबार स्थान के प्रांगण में 24 घंटे के अखंड कीर्तन को लेकर शुक्रवार को 101 कन्याओं ने पोखर से जल भरकर यज्ञ स्थल पर रखा। कलश यात्रा के दौरान वार्ड नंबर 2 सदानंदपुर के काफी संख्या में महिलाएं तथा पुरुष शामिल थे। हरे रामा हरे कृष्णा अखंड कीर्तन में दूर-दूर से कीर्तन मंडली को मंगाया गया है।

सुपौल, सुनील कुमार: सुपौल जिला मुख्यालय स्थित जिला कृषि कार्यालय के प्रांगण में दो दिवसीय कृषि यंत्रीकरण मेला का आयोजन किया गया, मेल को लेकर किसानों में उत्सुकता देखी गईl मेला का उद्घाटन जिला अधिकारी व कृषि विभाग के वरीय अधिकारी द्वारा किया गयाl मेले में किसानों द्वारा कई प्रकार के यंत्रों की खरीदारी भी की गईl

बिहार राज्य के सुपौल जिला से हमारे श्रोता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि सरायगढ़ भपतियाही में स्कूल में कुछ नही है सुविधा। अभी भी जमीन पर होती है पढ़ाई। नही है सौचालय जिस कारण बच्चे स्कूल में नही रहते है

कोसी रेंज के डीआईजी मनोज कुमार पदभार लेने के बाद पहली बार सुपौल के दौरे पर आए हुए पुलिस लाइन का निरीक्षण करने पहुंचे जहां उन्होंने गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया उन्होंने सर्वप्रथम जिले के विभिन्न स्थानों के कांडों का जायजा लिया साथी सभी मामलों को जल्द निपटारे का आदेश भी दिया।

छातापुर प्रखंड के अंचलाधिकारी उपेंद्र कुमार और कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा कौशल कुमार ने आदर्श प्राथमिक विद्यालय केवला का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय की साफ-सफाई, भौतिक संरचना, आनंददायी वर्ग कक्ष, पुस्तकालय कक्ष, शौचालय, पेयजल स्त्रोत, बागवानी आदि का बारीकी से निरीक्षण किया। ठंड के कारण विभागीय निर्देश के आलोक में कक्षा का संचालन बंद था। सीओ ने कहा कि सुदूर ग्रामीण इलाके में इतना सुन्दर, सुव्यवस्थित और सुसज्जित विद्यालय को देखकर मन प्रसन्न हो गया। उन्होंने कहा कि यदि इच्छा-शक्ति कुछ करने का हो तो सफलता कदम चूमती है। इस तरह का विद्यालय यह दिखाता है कि शिक्षक और समाज कितना जागरूक है। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाध्यापक अमित कुमार और शिक्षक नरेश कुमार निराला से विद्यालय में नामांकित छात्र-छात्राओं, मिशन दक्ष में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं, भौतिक संरचना आदि के साथ-साथ विद्यालय के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। वहीं मनरेगा पीओ कौशल कुमार ने कहा कि इस विद्यालय को अभी तक बेंच डेस्क उपलब्ध नहीं कराया गया है जो खेद का विषय है। पीओ ने कहा कि इस प्राथमिक विद्यालय में तीन दर्जन से अधिक नल, आधे दर्जन से अधिक शौचालय, तकरीबन दो दर्जन से अधिक यूरिनल, बेसिन आदि व्यवस्था देख आश्चर्यचकित हूं। यह प्राइमरी विद्यालय सच में आदर्श मिसाल कायम किए है। साथ में बीआरपी पीएम पोषण योजना विनोद कुमार राम भी मौजूद थे। प्रधानाध्यापक अमित कुमार और शिक्षक नरेश कुमार निराला के साथ-साथ पूरे विद्यालय परिवार ने उपस्थित पदाधिकारियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। मौके पर शिक्षक निरंजन कुमार, फूल कुमारी, नीतू कुमारी, मोनिका कुमारी,अमजद अहमद,अरबाज आलम, अवधेश कुमार आदि उपस्थित थे।

छातापुर प्रखंड प्रमुख आशिया देवी पर अविश्वास प्रस्ताव को पारित कराने हेतु निर्धारित आज पंचायत समिति की विशेष बैठक हुई। प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर स्थित ललित नारायण सभागार में बुलाई गई बैठक में पंचायत समिति सदस्यों की आधे से भी कम उपस्थिति के कारण अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो जाने के बाद वर्तमान प्रखंड प्रमुख आशिया देवी का पद पर कब्जा बरकरार रह गया। प्रखंड क्षेत्र के कुल 33 पंचायत समिति सदस्यों में प्रखंड प्रमुख आशिया देवी सहित 17 पंचायत समिति सदस्य बैठक से अनुपस्थित रहे। जबकि प्रखंड उपप्रमुख संजय कुमार यादव सहित 16 सदस्य बैठक में शामिल हुए। प्रखंड प्रमुख की अनुपस्थिति में बैठक की अध्यक्षता उपप्रमुख ने की, कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ रीतेष कुमार सिंह की मौजूदगी में पूर्व निर्धारित समय पूर्वाहन 11 बजे बैठक शुरू हुई। बैठक शुरू होने के बाद अगले तीन घंटे तक पंचायत समिति सदस्यों के आने का इंतजार किया गया। इस अवधि के बीच उपप्रमुख के अलावे मात्र 15 पंचायत समिति सदस्य ही बैठक में शामिल हुए। जानकारों की मानें तो अविश्वास प्रस्ताव को पारित कराने हेतु वोटिंग के लिए 17 सदस्यों की दरकार थी। इस प्रकार प्रखंड प्रमुख पर लाये गये अविश्वास प्रस्ताव को बिना वोटिंग कराये ही खारिज कर दिया गया। बीडीओ ने पूछने पर बताया कि विशेष बैठक में निर्धारित अवधि तक प्रखंड उपप्रमुख सहित 16 सदस्य शामिल हुए। जबकि प्रखंड प्रमुख सहित 17 सदस्य अनुपस्थित रहे। प्रखंड उपप्रमुख के द्वारा संख्या बल आधे से भी कम रहने के कारण अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। इधर प्रखंड कार्यालय परिसर के बाहर घंटों से जमा भीड के बीच गहमागहमी बनी रही। अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो जाने की जानकारी फैलते ही अविश्वास के विपक्ष में खडे़ समर्थकों के बीच जश्न का माहौल बन गया। वहीं अविश्वास के पक्ष में जमे लोगों के बीच उदासी का आलम देखा गया। विशेष बैठक को शांतिपूर्वक संपन्न कराने हेतु सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये थे। सीओ उपेंद्र कुमार वरीय दंडाधिकारी तथा बीसीओ द्वय अरूण कुमार व प्रदीप कुमार दंडाधिकारी के रूप में स्थल पर प्रतिनियुक्त थे। वहीं भीमपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार, छातापुर थाना के पुअनि द्वय आजाद लाल मंडल व शकुंतला चंदन के साथ सशस्त्र बल परिसर व मेन गेट पर तत्पर दिख रहे थे

भागलपुर जिले के बिहपुर से वीरपुर तक एनएच 106 पर 105.2 किमी सड़क पर पिछले 9 सालों से सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्य मंथर गति से चल रहा है। जिस कारण जिले में पड़ने वाली तकरीबन 65 किमी तक की सड़क पर निर्माण कार्य अबतक अधूरा पड़ा है। निर्माणाधीन इस सड़क पर बरसात होने से जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। लोगों को आवाजाही में कड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालकों के दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावनाएं बनी रहती है।  जिले के वीरपुर, भीमनगर, रतनपुरा, करजाइन, सिमराही, गणपतगंज, किसान चौक, महेशपुर, कटिंग चौक , पिपरा जैसे बाजारों में सड़कें जर्जर है। अधूरा सड़क निर्माण के कारण लगभग सभी बाजारें प्रभावित हो रहे हैं।  जर्जर सड़कों पर अब जलजमाव की समस्या गंभीर हो गई है। यहां आपको बता दें कि बिहपुर से वीरपुर एनएच 106 सड़क चौड़ीकरण को लेकर निर्माण कार्य की प्रक्रिया साल 2014 में शुरू हुआ। इसकी लागत लगभग 7 अरब 80 करोड़ 77 लाख रुपए बताई जा रही है। 

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