जिले के ख्याति प्राप्त थरूहट क्षेत्र में यूँ ही पहले ही गरीबी, बेरोजगारी, पलायन, अशिक्षा यानी बेहतर सुविधाओं का घोर आभाव रहा है। हाल के दिनों में कुछ बदलाव व सुधार की झलक दिखने के साथ ही थरूहट के अधिकांश युवा अब आधुनिकता के दौर में नशे का शिकार होते जा रहे है।