उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि लैंगिक असमानता का अर्थ है महिलाओं के खिलाफ लिंग के आधार पर भेदभाव। परंपरागत रूप से समाज में महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता रहा है। उन्हें एक कमजोर वर्ग के रूप में भी देखा गया है, जो अपमान और भेदभाव से पीड़ित है और घर और समाज दोनों में शोषण का शिकार है। महिलाओं के खिलाफ भेदभाव दुनिया भर में प्रचलित है। यह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि देशों में लैंगिक भेदभाव कितना मजबूत और गहरा है।