उत्तर प्रदेश राज्य के गोंडा जिला से माधुरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लैंगिक असमानता सोच समझ कर बनाई गई एक खाई है। समानता एक सुंदर और सुरक्षित समाज की नींव है, जिस पर विकास का निर्माण होता है। शायद यही कारण है कि लैंगिक समानता किसी भी समाज और राष्ट्र का एक अनिवार्य तत्व बन गई है। समाज में महिलाओं और पुरुषों के लिए समान अधिकार, जिम्मेदारियां और रोजगार के अवसर। उच्च स्तरीय बैठक में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि लैंगिक असमानता समाज में एक सुविचारित अंतर है जो समानता के स्तर को प्राप्त करने की यात्रा को बेहद कठिन बनाता है।