उत्तरप्रदेश राज्य के गोंडा जिला से मनु सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि जीवाश्म ईंधन जलाने, जंगलों को काटने और पशुधन की खेती से जलवायु और पृथ्वी के तापमान पर तेजी से प्रभाव पड़ रहा है। पृथ्वी का तापमान तेजी से प्रभावित हो रहा है, जिससे वायुमंडल में बड़ी मात्रा में ग्रीनहाउस गैसें और प्राकृतिक रूप से होने वाली ग्रीनहाउस गैसें हो रही हैं। गैसें ग्रीनहाउस प्रभाव को बढ़ाती हैं और ग्लोबल वार्मिंग को बढ़ाती हैं। ग्लोबल वार्मिंग के परिणामस्वरूप पर्यावरण में कई गंभीर परिवर्तन हो सकते हैं जो मनुष्यों के लिए हानिकारक हैं।