कन्या भ्रूण हत्या किसी भी समाज के पिछड़ेपन को दर्शाती है। यह स्थिति ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में है। दोनों क्षेत्रों को देखा जा सकता है क्योंकि यह लोगों की मानसिकता पर निर्भर करता है, यानी छोटी मानसिकता वाले पिछड़े लोग भी ऐसे काम करते हैं। भारत में पिछले दस वर्षों से लगभग डेढ़ लाख लड़कियों का जन्म हुआ है। जन्म लेने से पहले ही उन्हें मार दिया गया है, क्या यह सही है। कन्याबधू की हत्या किसी भी समाज के पिछड़ेपन को दर्शाती है। यह स्थिति ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में है। दोनों क्षेत्रों को देखा जा सकता है क्योंकि यह लोगों की मानसिकता पर निर्भर करता है, यानी छोटी मानसिकता वाले पिछड़े लोग भी ऐसे काम करते हैं। अजन्मे बच्चे के लिंग जाँच कर के जन्म से पहले माँ के गर्भ से बच्ची को मारने के लिए गर्भपात किया जाता है। भारत सरकार को इस प्रशिक्षण को अवैध बनाकर इसे विनियमित करना चाहिए।