सरकार ने पुराने वक़्त के प्रचलनों को बंद करने के साथ साथ उन पर क़ानूनन रोक लगा दी है। महिला अपने पूरे जीवन में अलग-अलग संबंधों में खुद को बांधकर दूसरों के कल्याण के लिए काम करती है। उचित शिक्षा के अभाव में महिलाओं की स्थिति दयनीय हो गई। वह अपने पूरे जीवन में बच्चे के प्रति अपनी सभी जिम्मेदारियों को निभाती है और बदले में कुछ नहीं मांगती है और अगर हम महिला हैं तो बिना किसी तर्क के अपनी भूमिका को पूरी सहिष्णुता के साथ निभाती है। अगर हम आज की स्थिति की तुलना पौराणिक समाज की स्थिति से करें, तो यह स्पष्ट है कि स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है। महिलाओं ने कई क्षेत्रों में काम करना शुरू कर दिया है।