सुनिए डॉक्टर स्नेहा माथुर की संघर्षमय लेकिन प्रेरक कहानी और जानिए कैसे उन्होंने भारतीय समाज और परिवारों में फैली बुराइयों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई! सुनिए उनका संघर्ष और जीत, धारावाहिक 'मैं कुछ भी कर सकती हूं' में...

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

जनपदमऊ के रानीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पूर्वांचल से भाग गया । विनोदपुर गाँव के पास , जो दो सौ अस्सी के बिंदु के पास स्थित है , शुक्रवार की रात मवेशियों द्वारा खराब कर दी गई थी । ट्रक चालक ट्रक छोड़कर फरार हो गया । सूचना मिलने पर रानीपुर पुलिस स्टेशन और स्वात टीम अमित मिश्रा ने ट्रक की तलाशी ली और शव मिला । रानीपुर थाना प्रभारी निरीक्षक परपा मवेशियों को थाने ले आए और जानवरों को बाहर निकाला

निजी अस्पताल पर छापा मारा , लेकिन मजिस्ट्रेट और सिमो में टोनी मजिस्ट्रेट ने डीएम को कार्रवाई करने के लिए कहा , मऊ में निजी अस्पतालों के संचालन के लिए कोई निर्धारित नियम नहीं है । यही कारण है कि वाराणसी और मऊ जिला अस्पतालों को का हफ कहा जाता है क्योंकि यहां मुख्यालय सहित पूरे राज्य में सैकड़ों छोटे - बड़े डीलर काम कर रहे हैं , लेकिन बड़ी बात यह है कि जिले में इन अस्पतालों का संचालन का कोई पैमाना नहीं है । स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशासन निर्धारित नहीं किया गया है । जिले के निजी अस्पतालों के मकड़ी के जाल में फंसे जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा सरकार के निर्देशों का उल्लंघन किया जाता है । इसका कारण यह है कि कई शिकायतों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के कानों में जूँ नहीं हैं । जिले में सैकड़ों अस्पताल क्लीनिक , डायग्नोस्टिक सिस्टर नर्सिंग होम , चाइल्ड केयर सर्जिकल और ट्रॉमा सेंटर आदि स्वैच्छिक तरीके से चलाए जा रहे हैं । यालय के पीछे स्थित ओम स्वास्थ्य अस्पताल में छापेमारी की गई , जिसमें अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी और नोडल डॉक्टर आर . एम . सिंह भी शामिल थे ।

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.