इस कार्यक्रम में हम जलवायु परिवर्तन के कारण बदलते मौसम और असमान बारिश के पैटर्न से उत्पन्न हो रहे जल संकट पर चर्चा करेंगे। "मौसम की मार, पानी की तकरार" से लेकर "धरती प्यासी, आसमान बेपरवाह" जैसे गंभीर मुद्दों पर गहराई से विचार किया जाएगा। हम समझेंगे कि कैसे सूखा और बाढ़ दोनों ही हमारे जल संसाधनों को प्रभावित कर रहे हैं, और इन समस्याओं से निपटने के लिए सामूहिक और व्यक्तिगत स्तर पर क्या समाधान हो सकते हैं। हम आपसे जानना चाहते हैं – आपके इलाक़े में पानी की क्या स्थिति है? क्या आपने कोई जल संरक्षण के उपाय अपनाए हैं? या आप इस दिशा में कोई क़दम उठाने की सोच रहे हैं?

सड़क पर हैंड पंप का पानी बह रहा है । ग्राम पंचायत चंद्रपार में जल निकासी की कमी के कारण कई घरों का नाली का पानी पीच रोड पर बह रहा है , जिससे सड़क का रखरखाव नहीं हो पा रहा है । यात्री , मोटरसाइकिल सवार , राहगीर , बच्चे , बुजुर्ग गिर रहे हैं और घायल हो रहे हैं , जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । ग्राम प्रधान ने कहा कि सड़क पर बहने वाले गंदे पानी को रोकने और नाली बनाने की फाइल जल्द ही पारित कर दी गई है ।

जानकारी के अनुसार जिले में हो रही बरसात और के कारण ठंड बढ़ गया ऐसे में बच्चे और बूढ़े हो सावधानी बरतनी की अपील है।

सरकारी योजना में लाभार्थी ₹50000 रिश्वत करने का आरोप श्रम विभाग के अधिकारियों पर लगा है।

मुख्य न्यायाधीश रामेश्वर के निर्देशन में न्यायिक अधिकारियों ने मंगलवार को जिला कारागार वृद्ध आश्रम का निरीक्षण किया।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला मऊ ,आधा मैं थेजफरपुर जनपदमोह एकाउंटेंट से बोलने वाली शमशेर आलमनगर पंचायत हूं । जानकारी के अनुसार , जिले का समाज कल्याण विभाग एक विविध पेंशन योजना संचालित करता है क्योंकि यह पी . सी . आई . से जुड़ी नहीं है । जिसके तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी वर्गों के लोगों को आजीविका कमाने के लिए एक हजार रुपये प्रति माह की पेंशन दी जाती है । मऊ में इस योजना के लगभग अस्सी हजार लाभार्थी हैं , जिनमें से बारह हजार पाँच सौ तैंतीस लाभार्थियों के पास अपने बैंक खाते से ये पी . सी . आर . हैं ।

नमस्ते , मैं मोबाइल वाणी से महावीर कुमार हूँ , खाता एन . पी . सी . आई . से नहीं जुड़े होने के कारण , पेंशन से वंचित बारह हजार पाँच सौ तैंतीस लोगों की वृद्धावस्था पेंशन नहीं आ रही है । एक पेंशन योजना चलाई जाती है जिसमें 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी वर्गों को आजीविका कमाने के लिए एक हजार रुपये प्रति माह की पेंशन दी जाती है । इस योजना के राज्य में लगभग अस्सी हजार लाभार्थी हैं जिनमें से बारह हजार महिलाएँ हैं । पाँच सौ पैंतालीस लाभार्थियों को महीनों से वृद्धावस्था पेंशन नहीं मिल पाई है क्योंकि उनका बैंक खाता एन . पी . सी . आई . से जुड़ा नहीं है । उनकी आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है । जिले के ऐसे पेंशनभोगियों को अपने आसपास के बैंकों में चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ता है । हर बार जब उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है , तो कई बार ऐसे लोग जिनके लिए पेंशन ही अस्तित्व का एकमात्र साधन है , बारह हजार पाँच सौ तैंतीस वृद्धावस्था पेंशनभोगी विभागीय आंकड़ों में पेंशन से वंचित रहते हैं । आपको बता दें कि राष्ट्रीय वृद्ध पेंशन योजना समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाई जाती है , जिसमें भारत सरकार और राज्य सरकार का हिस्सा शामिल है । इसमें 64 हजार व्यक्तियों को इसी महीने में वृद्ध पेंशन की तीसरी किश्त जारी की गई है ।

Transcript Unavailable.

सभी श्रोताओं को नमस्कार , मैं मऊ जिले के रानीपुर बाजार में सुरेंद्रनाथ माउ मोबाइल गाड़ी के आप सभी श्रोताओं को बताना चाहूंगा । दर्जनों गाँवों से आने वाले लोगों को सुलभ शौचालयों की कमी के कारण बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है । वहाँ के लोगों का कहना है कि अगर एक सुलभ शौचालय है , तो हम लोगों को बाजार में लंबे समय तक रहने और उनकी खरीदारी करने के लिए मजबूर कर सकते हैं । और चूंकि रोजमर्रा की चीजें लेना सुविधाजनक है , इसलिए उनका मानना है कि जब हम बाजार जाते हैं , तो शहर के अंदर सामुदायिक शौचालय नहीं होना चाहिए । इसके कारण महिलाओं और बच्चों के साथ - साथ बुजुर्गों को भी शौचालय जाने में काफी परेशानी होती है । यदि ऐसा होता है , तो उच्च अधिकारियों को इस पर ध्यान देना चाहिए और एक सुलभ शौचालय बनाना चाहिए ताकि आम आदमी के पास शौचालय हो सके ।

उत्तरप्रदेश राज्य के जिला मऊ से मैं अदिति मोहरी हूँ , मेरे मोबाइल से बैंक खाता न जुड़ने के कारण समाज कल्याण विभाग ने पेंशनभोगियों की पेंशन रोक दी है । वृद्धावस्था पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है लेकिन पेंशनभोगी के बैंक खाते को एन . पी . आई . सी . से न जोड़ने के कारण पेंशनभोगी की मासिक पेंशन नहीं दी जा रही है । विभाग द्वारा जनवरी में दो हजार चौबीस में 84 लाभार्थियों के खाते में पेंशन हस्तांतरित की गई थी , लेकिन अब तक 12 हजार 87 लाभार्थियों को पेंशन मिल चुकी है ।