उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर से अंजू ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि "राजीव जी डायरी" कड़ी संख्या - 26 पर ये अपना विचार देना चाहती हैं। सरकार चाहे जितनी भी कोशिश कर के मगर महिलाओं की स्थिति जस की तस बनी हुई है। शहरों की स्थिति फिर भी थोड़ी बेहतर है ,मगर गांव में अभी भी जागरूकता फ़ैलाने की जरुरत है। इसके लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सिद्धार्थनगर से अनीता दुबे , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि महिलाओं को इतना दबा दिया गया है कि वे कभी भी खुलकर सामने नहीं आ सकती हैं। महिलाएं अब घर से बाहर निकलती हैं। कई तरह की टिप्पणियां की जाती हैं। कई उंगलियां उठाई जाती हैं। वे कहाँ जा रहे हैं? जा रही है क्या कर रही है मतलब उन्हें शर्मिंदा किया जाता है, , इसलिए ऐसी स्थिति में महिलाएं अपने कौशल को दबाती हैं .वे बहुत दूर जा सकते हैं, वे बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन जो महिलाएं वहां हैं उन्हें दबाया जाता है और यह समाज उन्हें आगे नहीं बढ़ने देता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला सिद्धार्थनगर से अनीता दुबे , मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि महिलाओं को शिक्षित होना बहुत जरूरी है , क्यूँकि अगर वह शिक्षित होंगी तो वह अपने बच्चों को भी शिक्षित करेंगी।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि पहले गर्मियों के मौसम में इतनी गर्मी महसूस नही होती थी,जितनी अब होती है । इसका मुख्य कारण है मानव द्वारा किया गया प्रकृति का विनाश और विज्ञान का अंधाधुंध विकास । विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि इस गर्मी में बढ़ते तापमान के कारण जल स्तर बहुत नीचे चला गया है और ग्रामीण क्षेत्रों में कई नलकूपों से पानी आना बंद हो गया है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि गाँव की 95 प्रतिशत महिलाएँ अपनी मायके के नाम से बुलाते हैं और उनके नाम का उपयोग बहुत कम किया जाता है।उनके ससुराल वाले महिलाओं को उनके गाँव के नाम से बुलाते हैं और जो लोग गाँव का नाम नही से जानते हैं, वे उनके पति के नाम से बुलाते हैं। हर तरह से उनका नाम छिपाने की कोशिश की जाती है। महिलाओं का नाम घर के बाहर या अंदर नही पुकारने के पीछे की मानसिकता समझ से बिलकुल परे है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला और पुरुष महिला और पुरुष शरीर,सोच और भिन्नता के कारण कभी समान नही हो सकते। कई जगहों पर नारी और पुरुष एक-दूसरे पर भारी पड़ते हैं।एक दूसरे का विकल्प हो या ना हो मगर पहले की अपेक्षा महिलाओं ने खुद को सशक्त और मजबूत किया है। लेकिन इसका अर्थ समानता नहीं है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिला और पुरुष के बीच भेदभाव को समाप्त करना बहुत महत्वपूर्ण है। क्योंकि आजकल दुनिया इस मामले में गलत दिशा में बढ़ रही है। पुरुष और महिला की अपनी -अपनी विशेषताएँ हैं। इन दोनों की असमानताएं ही इनका अस्तित्व है। भेदभाव को समाप्त करने का मतलब उनके अस्तित्व को मिटाने जैसा हो जाएगा। एक महिला कभी भी पुरुष नहीं बन सकती है और एक पुरुष कभी भी महिला नहीं बन सकता है।अगर कोशिश की जाए, तो यह प्रकृति के खिलाफ है। आजकल महिलाएं अपना अस्तित्व खत्म करने पर तुली हुई हैं। यह गलत है और भविष्य के लिए खतरनाक है। भारतीय संस्कृति में महिलाएं सम्माननीय थीं,हैं और हमेशा रहेंगी महिलाओं को सम्मान मिलना चाहिए।विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि भीषण गर्मी में तापमान 42 डिग्री तक पहुंच गया है। लेकिन कुछ साल पहले इतनी गर्मी नहीं थी। पेड़-पौधों की अधिक कटाई के कारण तापमान अधिक बढ़ रहा है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।
उत्तर प्रदेश राज्य के सिद्धार्थनगर जिला से राहुल गुप्ता ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में पुरुषों और महिलाओं के बीच भारी असमानता है और महिलाओं को भेदभाव का सामना करना पड़ता है। घर,बाहर और कार्यस्थल पर उनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता है। महिलाओं ने साबित कर दिया कि अगर उन्हें उचित अवसर और सुविधाएं मिलती हैं, तो वे बहुत अच्छा काम करेंगी और नाम रौशन करेंगी। लेकिन आजादी के दशकों बाद भी महिलाओं को जो सम्मान मिलना चाहिए ,वो प्राप्त नही हो सका है। विस्तार पूर्वक जानकारी के लिए क्लिक करें ऑडियो पर और सुनें पूरी खबर।