उत्तप्रदेश राज्य के संत कबीर नगर से के सी चौधरी मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रही हैं कि सरकार महिलाओं को आरक्षण देने के लिए कहती है, लेकिन यह आरक्षण केवल कागज पर रहता है महिला आरक्षण के कारण इस समय महिलाओं की संख्या बहुत अधिक है। ग्राम प्रधानों की नियुक्ति की गई है लेकिन उनका पूरा काम उनके पति करते हैं। महिलाओं को यह भी नहीं पता कि उनके क्षेत्र में कितना विकास हो रहा है। इसलिए सरकार का दावा है कि महिलाओं को जो लाभ मिल रहे हैं, वे मिल रहे हैं, लेकिन यह महिलाओं को मिलने वाले लाभों को सीमित करती है। यह देखा जाता है कि जहाँ भी कोई बैठक होती है, पति पत्नी के स्थान पर बैठता है और उसकी बैठक में भाग लेता है।