सिवान: बिजली का निजीकरण, बिजली बिल में गड़बड़ी, आये दिन बिजली कटौती और स्मार्ट मीटर के नाम पर शोषण के खिलाफ इंकलाबी नौजवान सभा के कार्यकर्ताओ ने जन आक्रोश मार्च निकाला। यह मार्च भाकपा माले कार्यालय से शुरू होकर मझौली चौक, मेन रोड, स्टेशन चौक पर जाकर सभा मे तब्दील हो गया। कार्यकर्ताओ ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और लंबे समय तक आंदोलन करने का चेतावनी दिया है। इस मार्च का नेतृत्व कर रहे जीरादेई विधायक अमरजीत कुशवाहा ने कहा की हमारे देश मे यह कानून है कि कोई भी उपभोगता का यह अधिकार है कि अपना बिल किसी भी कंपनी में पोस्टपैड या प्रीपेड के द्वारा जमा कर सकता है। लेकिन बिहार में उपभोगता अधिकार अधिनियम का उलंघन करते हुए बिजली कर्मियों ने जबरन स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। और नही लगाने वाले उपभोगता को धमकाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्रामीण जनता को हम धन्यवाद देते है कि स्मार्ट मीटर लगाने वाले लोगो कों खदेड़ कर भगा दिया। उन्होंने लगातार बिजली कटौती को लेकर बिजली विभाग को दोषी ठहराया है। पूर्व अशोक प्रजापति, पूर्व मुखिया अजय चौहान, माले नेता उपेंद्र साह और शंकर कुशवाहा ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाकर गरीबों, दलित, महादलित को बिजली की रौशनी से दूर करने की साज़िश की जा रही है। ये लोग मनमाने बिजली बिल से परेशान हैं। हमेशा रिचार्ज करने के बाद भी बिजली काट दी जा रही है। इसके खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। आक्रोश मार्च में माले नेता सुरेंद्र शर्मा, प्रभु जी बरनवाल, जिशु अंसारी, पूर्व मुखिया योगेंद्र कुशवाहा, बीडीसी श्रीप्रकाश राम, पूर्व सरपंच संदीप कानू, बरु सिंह, अजय कुमार, सतेंद्र चौहान, अजीत ठाकुर, अनुराग दुबे सहित सैकड़ों माले कार्यकर्ता मौजूद थे।