बुधवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अपनी मांगों को लेकर सिसवन प्रखंड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। सरकारी कर्मी का दर्जा देने समेत बीस सूत्री मांगों के समर्थन में इन लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। इसके तहत सेविकाओं ने अपनी आवाज बुलंद की। वहीं, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को एक मांग पत्र सौंपा। कार्यक्रम की अध्यक्षता आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन की प्रखंड अध्यक्षा सरस्वती देवी ने की।कार्यक्रम में प्रखंड कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका एवं सहायिकाएं मौजूद थी।धरना-प्रदर्शन के मध्यम से महिलाएं सेविकाओं के साथ हो रहा घोर अत्याचार, सेविका हो रही शोषण का शिकार. नीतीश मोदी मुर्दा बाद आदि नारे लगा रही थीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष पुष्पा पांडेय ने कहा कि सेविका सहायिका को भी सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। वहीं, प्री-प्राइमरी में सेविकाओं को ही टीचर बनाया जाए और उन्हें प्रमोशन देकर सुपरवाइजर का दर्जा दिया जाए। आंगनबाड़ी की सेविकाओं का कहना था की रिक्त 50 फ़ीसदी सीट पर जल्द ही बहाली ली जाए एवं उम्र सीमा का प्रतिबंध हटाया जाए। वहीं, सेवानिवृत्ति के पश्चात 10 हजार रुपए प्रति माह पेंशन की आर्थिक सहायता एवं जीवन बीमा का लाभ सुनिश्चित किए जाने की मांग कर रही थीं। साथ ही कहा कि किराए के मकान में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों का किराया भी बढ़ाया जाए और कार्य अवधि 4 घंटे तक का सीमित रखा जाए।