Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

Transcript Unavailable.

केन्द्रीय संचार ब्यूरो के द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम चरखारी चौराहा स्थित नेहरू गांधी प्राथमिक विद्यालय मे आयोजित किया गया। जिसमें सुपोषित व साक्षर भारत से ही सशक्त भारत का निर्माण होगा। इस दौरान आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के 25 प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया गया।

मौदहा हमीरपुर। मौदहा विकासखंड का नदी किनारे बसा हुआ अति पिछड़ा गांव किसवाही अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है, जहाँ पर सड़कें, स्वास्थ्य सेवा, व शिक्षा का आज भी आभाव हैं। विकास कार्यों के लिए सरकार द्वारा आने वाली धनराशि को प्रधान व सचिव मिलकर ठिकाने लगा रहे हैं तो वहीं ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए आंशू बहाते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि मौदहा विकास खंड के किशवाही, परहेटा गढ़ा जैसे दर्जनों गांव नदी किनारे अंतिम छोर पर बसे हुए हैं जहां ना तो अधिकारी की नजर जाती है और ना ही किसी नेता की, जिसके चलते आज भी आजादी के 75 वर्ष गुजर जाने के बाद भी यहां के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।चुनाव के दौरान विकास करने की घूंटी पिलाकर जनप्रतिनिधि भोले भाले ग्रामीणों का वोट लेने के बाद पांच साल मुड़कर नही देखते जिससे यहां के ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। गांव के अंदर के हालात देखें तो यहां की दलदल भरी सड़कों को देखकर दुर्दशा का अंदाजा लगाया जा सकता है जिसमे लोगों का पैदल चलना भी दूभर है, अगर शिक्षा की बात करें तो नन्हे मुन्ने को अपने गांव किशवाही से मुंडेरा गांव शिक्षा प्राप्त करने के लिए नदी में पड़ी टूटी हुई नाव से जान जोखिम में डालकर जाना पड़ता है ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बाहर से निकली हुई चंद्रावल नदी पर सैकड़ो बार आला अधिकारियों को व नेताओं को ज्ञापन दिए गए मगर आज तक किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया जिसके चलते बारिश के मौसम में ग्रामीण अपने गांव में ही कैद होकर रह जाते हैं विडंबना तो यह है कि अगर गांव का कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो वह समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाता और रास्ते में ही दम तोड़ देता है। गांव के हालात इतने खराब हैं कि यहां की दलदल भरी सड़कों को देखकर इस गांव के बच्चे कुंवारे बैठे हैं और लोग अपनी बेटियों की शादी इस गांव में करने से मना कर देते हैं।अब सवाल यह उठता है कि राज्य व केंद्र सरकार की तमाम विकास कार्य की योजनाओं का आने वाला करोड़ों रुपया आखिर कहां जा रहा है ग्रामीणों ने कहा की सरकार द्वारा विकास कार्यों के लिए आवंटित धन से गांव का तो कोई विकास नहीं हुआ है लेकिन हां विकास के नाम पर वोट मांगने वाले प्रधान जी का विकास जरूर दिखाई दे रहा है। इन सभी समस्याओं के चलते जब ग्राम प्रधान से बात की गई तो उन्होंने नमामि गंगे योजना के ऊपर ठीकरा फोड़ते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया। अगर ग्रामीणों की माने और इसकी निष्पक्षता से जांच की जाए तो इस सरकारी धन के बंदर बांट में शामिल लोगों के चेहरे जरूर उजागर हो जाएंगे जो एक जांच का विषय है।

सरीला। जरिया थाना पुलिस ने क्षेत्र के परछा गाँव के बजरंग आश्रम नहर के पास से अवैध असलहा बनाने की बड़ी फैक्ट्री पकड़ने में सफलता प्राप्त की है मौके से पन्द्रह अवैध असलहा,छः कारतूस व असलहा बनाने के उपकरणों के साथ ही तीन लोगों को मौके से गिरफ्तार किया है।गुरुवार को जरिया थाना पुलिस ने क्षेत्र के परछा गाँव के बजरंग आश्रम नहर के पास झाड़ियों में मुखबिर की सूचना पर छापा मारा तो भारी मात्रा में अवैध शस्त्र बरामद हुए मौके पर तीन लोग अवैध शस्त्र बनाते पकड़े गए हैं तथा शस्त्र बनाने के उपकरण भी बरामद हुए हैं मौके से गिरफ्तार लोगों में मंगल विश्वकर्मा निवासी परछा,निखिल राजपूत व पंकज उर्फ राजा अहिरवार निवासी पुरैनी शामिल हैं। इसकी जानकारी देते हुए क्षेत्राधिकारी आशीष कुमार यादव ने बताया कि जरिया थानाध्यक्ष विनोद कुमार, एसआई विजय बहादुर, रविंद्र कुमार ने पुलिस बल के साथ तीन आरोपियों को मौके पर अवैध असलहा बनाते हुए व असलहा बनाने के उपकरनो के अलावा ग्यारह देशी तमंचा बने हुए, चार देशी तमंचा अर्धनिर्मित छः कारतूस बरामद हुए है मंगल के विरुद्ध थाना जरिया, राठ व महोबा जनपद के कुलपहाड़ थाने में 10 मामले दर्ज हैं। तीनों आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है।

भरुआ सुमेरपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग में जेके सीमेंट फैक्ट्री के पास दो वाहनों की टक्कर से गम्भीर रूप से घायल हुए फैक्ट्री मजदूर की उपचार के लिए कानपुर ले जाते समय मौत हो गई। युवक की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक की शादी एक वर्ष पूर्व हुई थी। पति पत्नी दोनों एचयूएल में प्राइवेट तौर पर मजदूरी करके जीवन बसर करते थे। बुधवार की रात करीब 8 बजे इंगोहटा निवासी अविनाश 25 वर्ष पुत्र रंजीत श्रीवास कस्बे से बाइक में अपने गांव आ रहा था। तभी सामने से आ रहे आपे वाहन से उसकी बाइक टकरा गई। उसी समय पीछे से आ रहे दूसरे वाहन की टक्कर से वह काफी दूर जा गिरा और मरणासन्न हो गया। सूचना पर पंहुची पुलिस ने उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। जहां से उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। हालत गंभीर होने पर डाक्टरों ने उसे कानपुर रेफर कर दिया, जहां कानपुर जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। युवक की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। पत्नी सहित परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। मृतक की शादी गत वर्ष जनवरी माह में हुई थी। पति पत्नी दोनों एचयूएल में प्राइवेट तौर पर कार्य करते थे। बुधवार को ड्यूटी कर घर लौटने के बाद किसी काम से वह कस्बे आया था। जहां से घर वापस लौटते समय जेके सीमेंट फैक्ट्री के पास वह हादसे का शिकार हो गया। मजदूर की मौत की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा है।

हमीरपुर। समर्थ फाउंडेशन और सहयोग संस्था द्वारा संचालित तरंग मेरे सपने मेरी उड़ान परियोजना से जुड़ी 10 ग्रामों की 24 किशोरियों ने सखी वन स्टाफ केंद्र की विजिट की। सखी वन स्टाप सेंटर इंचार्ज मोनिका गुप्ता ने उन्हें केंद्र द्वारा प्रदत की जाने वाली सुविधाएं और सहायता के बारे में विस्तार से बताया। सखी वन स्टाफ सेंटर की इंचार्ज मोनिका गुप्ता द्वारा किशोरियों को बताया गया कि यह उत्पीड़न की शिकार महिलाओं और किशोरियों का एकमात्र केंद्र है, जहां पर उन्हें परामर्श दिया जाता है। उनकी कानूनी मदद की जाती है। वही चिकित्सा की आवश्यकता होने पर उनका उपचार करवाया जाता है। तथा महिला पुलिस द्वारा सहायता की जाती है। उन्होंने बताया कि यदि किसी के पास अपने आश्रय या रुकने का स्थान नहीं है, तो उन्हें अल्प अवधि के लिए यहां रुकने का सहारा भी दिया जाता है। उत्पीड़न के शिकार महिलाएं, न्याय के लिये संघर्षशील महिलाएं और लड़कियों निर्भय होकर अपनी बात बताए। डरे नही। चुप्पी तोड़े। हेल्पलाइन नंबर 181 पर काल करे। उन्हे परामर्श प्रदान कर हर संभव सहायता प्रदान कर उनको न्याय दिलाने की कोशिश की जाती है। उन्होंने बताया कि यह सेंटर कलेक्ट्रेट परिसर में संचालित है। और इसमें डॉक्टर, चिकित्सक, महिला पुलिस अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता और कानूनी विधि के जानकार लोग इस केंद्र में कार्य करते हैं। सभी मिलकर जिले में महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाली उत्पीड़न की घटनाओं में रोकथाम के लिए प्रयासरत है। उन्हे न्याय मिले इसकी दिशा में प्रयास करते हैं उन्होंने बताया कि वह गांव गांव जाकर के महिलाओं लड़कियों को कानूनी रूप से सशक्त बनाने हेतु और इस केंद्र के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए जागरूकता शिविर आयोजित करते हैं । केंद्र की परामर्शदाता रीना ने बताया कि पहले जो उत्पीड़न की शिकार महिला आती है। उनका केस दर्ज किया जाता है। केस दर्ज करने के बाद जो लोग आरोपी होते हैं उनको बुलाकर काउंसलिंग की जाती है। यदि काउंसलिंग के बाद दोनों लोग सहमत नहीं होते हैं, तो फिर न्याय की प्रक्रिया में उनके साथ कानूनी की प्रक्रिया में उनके लिए सहायता की जाती है। सहयोग संस्था लखनऊ की पूनम ने कहा कि किशोरियों को जो जानकारी दी गई वह काफी उपयोगी है। इसे किशोरियों द्वारा अपने क्षेत्र में और किशोरियों महिलाओं को बताएगी। और किसी भी केसों की जानकारी होने पर वह सखी वन स्टाप आने के लिए कहेंगी। लड़कियों को बताया कि और हेल्पलाइन नंबर बनी 181, 1090 या 1098 किसी भी हेल्पलाइन पर शिकायत करके वह अपने साथ हो रहे उत्पीड़न की घटना की जानकारी दे सकते हैं। सभी प्रकार की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी। इस दौरान सखी वन सेंटर की आसफिया, रीना, सुनीता, संजना,रहिला, आदि ने किशोरियों को जानकारी देने में सहयोग किया। इस दौरान समर्थ फाउंडेशन की कुमकुम, राखी, राधा, सहित 24 किशोरियों ने भाग लिया