उत्तरप्रदेश राज्य के चित्रकूट जिला से कविता विश्वकर्मा मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि लैंगिक असमानता के कारण के बारे में बता रही हैं कि उनका कहना है कि हम 21 वीं शताब्दी के भारतीय होने पर गर्व महसूस करते हैं जो एक बेटा होने की खुशी का जश्न मनाते हैं और अगर बेटी पैदा होती है तो शांत हो जाते हैं । यहाँ तक कि कोई उत्सव नहीं मनाने का नियम भी माना गया है। लड़कों के लिए इतना प्यार कि प्राचीन काल से ही लड़कियों के जन्म के समय या जन्म से पहले ही उन्हें मार दिया जाता है।