ऐसा लग रहा है आज हम अपने देश में नेताओं के गुलाम है।जिसका सल्तनत है ,उसका पावर देश में है जिसके पास पावर है वो खुशहाल है। गरीबों का देश में कोई अस्तित्व नहीं है। अब गरीबों के बीच में कोई ख़ुशी नहीं है।
ऐसा लग रहा है आज हम अपने देश में नेताओं के गुलाम है।जिसका सल्तनत है ,उसका पावर देश में है जिसके पास पावर है वो खुशहाल है। गरीबों का देश में कोई अस्तित्व नहीं है। अब गरीबों के बीच में कोई ख़ुशी नहीं है।