उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि मानसिक स्वास्थ्य एक बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है। मोबाइल एक सबसे बड़ा कारण है मानसिक अस्वस्थ होने का।बच्चों देर तक मोबाइल में लीन रहते है।माता पिता अपने काम करने के लिए बच्चों को मोबाइल दे कर उन्हें व्यस्त कर देते है जो उनके मासिक स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है। बच्चे मोबाइल से जुड़ चुके है ,जब तक उन्हें मोबाइल नहीं मिलेगा वे जिद में लगे रहते है। ऐसा होना चाहिए कि बच्चों को मोबाइल से दूर रखे
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से रमजान अली ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहते है कि तनाव मुक्त रहने वाले व्यक्ति को कह सकते है कि वो व्यक्ति मानसिक स्वस्थ है। कई कारण है जिससे मानसिक तनाव होता है ,लोग मानसिक रूप से अस्वस्थ रहते है ,जैसे पारिवारिक समस्या ,आर्थिक समस्या आदि।तनाव मुक्त रहे ,अधिक से अधिक काम करे , एक दूसरा से हिसाब भर मतलब रखे ऐसे में मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते है। लेकिन यह एक बहुत बड़ी चुनौती है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से अनिल ,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहते हैं कि मानसिक रोग कई तरह के कारणों से हो सकते हैं।जैसे की आर्थिक तंगी ,बच्चों की पढ़ाई,परिवार की समस्या आदि।बच्चे आज कल मोबाइल बहुत अधिक चला रहे हैं।जिसके कारण उनको मानसिक रोग हो रहा है।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 56 वर्षीय रीना श्रीवास्तव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि डिप्रेशन मानसिक अवस्था है जो व्यक्ति के मूड ,ऊर्जा और उनके दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है। डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को नींद की समस्या ,भूख की समस्या ,ऊर्जा की समस्या होती है। ऐसे व्यक्ति को आत्मविश्वास की कमी होती है। ऐसे व्यक्ति खुद के बारे में नकारात्मक विचार रखते है। डिप्रेशन गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या है जो दैनिक जीवन को प्रभवित कर सकता है। डिप्रेशन से गुजरने वाले व्यक्ति को मदद लेना ज़रूरी है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव,मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि जो व्यक्ति डिप्रेशन में होते हैं उनके बातों को सुनना चाहिए।डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति अकेला महसूस करता है।इसलिए लोगों के सुझाव उनको अच्छा महसूस करा सकता है।डिप्रेशन एक गंभीर समस्या है।डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति के साथ रहना चाहिए ,उनको काम करने देना चाहिए ,उनको दवाओं के बारे में बताना चाहिए।पीड़ित व्यक्ति अपनी भावनाओं को बताने में असमर्थ रहता है।पीड़ित व्यक्ति को ठीक होने में समय लगता है।इस तरह के व्यक्ति को समझाना चाहिए कि वह तनाव अधिक नहीं लें।
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से 34 वर्षीय रेखा गुप्ता,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि स्कूल और पारिवारिक झगड़ों से मानसिक परेशानी हो सकती है। झगड़ों से होने वाले तनाव मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकता है
उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला से शिखा श्रीवास्तव,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि गुस्सा और अकेलापन कई कारणों से हो सकता है। और यह हमेशा बीमारी का संकेत नहीं होता है।जब व्यक्ति अधिक दबाव में होता है ,कई तरह की चिंता भी व्यक्ति को गुस्सा दिला सकता है।अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाने से व्यक्ति गुस्सा में आ सकता है। जब व्यक्ति का आत्मसम्मान कम होता है तो वो अकेला महसूस करता है।
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से सत्यम से हुई।सत्यम यह बताना चाहते हैं कि मानसिक बिमारी छूने से नहीं फैलती है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शिखा श्रीवास्तव की बातचीत मोबाइल वाणी के माध्यम से विकास कुमार से हुई।विकास कुमार जिनकी उम्र चालीस साल है यह बताना चाहते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी चीज़ है जो सुनने और समझने या व्यवहार करने के तरीके को प्रभावित करती है।यह किसी भी कारण से हो सकती है।जैसे की वास्तविक जीवन के अनुभव से जैविक कारण, पार्यवरण के जहरीले रसायनों,खाद प्रदार्थों का सेवन। मानसिक बिमारी के तमाम लक्षण है उदासीन,बेचैनी,ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है
उत्तरप्रदेश राज्य के जिला बस्ती से शालू श्रीवास्तव मोबाइल वाणी के माध्यम से यह बताना चाहती है कि मानसिक बीमारी के कई लक्षण हो सकते हैं। जैसे - गंभीर चिंता या भय, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई,दोस्तों और परिवार से खुद को दूर रखना ,निरंतर उदासी या खराब मनोदशा।कुछ लोगों में लगातार उदासी या खराब मनोदशा होती है और यह किसी भी खुशी या आनंद के अनुभव को रोकता है।कुछ लोगों को बहुत चिंता या डर रहता है।लोग विशेष रूप से बिना किसी कारण के चिंतित या डरते हैं। मानसिक बीमारी वाले लोगों को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो सकती है।