उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती ज़िला के गाँधीनगर से 37 वर्षीय रानो श्रीवास्तव ,मोबाइल वाणी के माध्यम से कहती है कि आज कल सभी माता चाहती है कि अगर वो काम करे तो बच्चों को व्यस्त रखने के लिए उन्हें मोबाइल दे देती है। एक शोध के अनुसार भारत में बच्चे मोबाइल के बहुत ही ज़्यादा आदि हो गए है। जिससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। एक साइकोलोजिस्ट ने अपने रिपोर्ट में कहा कि जिस प्रकार बच्चे टीवी और मोबाइल में समय बिता रहे है वो बहुत ही खतरनाक है। एक साल से लेकर पंद्रह साल तक के बच्चे दिन में लगभग चार से पांच घंटे तक मोबाइल और टीवी में उलझे रह रहे है। ऐसे मे जाहिर है उन्हें कई स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या आ सकती है। ऐसे बच्चों में खास कर मोटापा ,मानसिक स्वास्थ्य ,दिल की बीमारी और आँख की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।