उत्तरप्रदेश राज्य के बस्ती जिला से रमजान अली ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं की पहचान माज में विलुप्त नहीं होनी चाहिए। आज के समय में आप सभी को पता होगा कि महिलाओं का एक स्व-सहायता समूह है जिसमें महिलाओं का समूह है। टीम में ग्यारह लोग, बारह लोग, पंद्रह लोग होते हैं, एक अध्यक्ष होता है और एक उपाध्यक्ष होता है, इस तरह से टीम बैंक में खाता खोलती है और महीने में उनकी जो भी बचत होती है। बकरी पालन या भैंस पालन जैसे किसी भी अन्य काम को करने वाले या अपने पति के स्रोत से कोई भी पैसा खर्च करने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा आय का मिलान किया जाता है।जैसे पुरुष घर पर पैसा कमाते हैं, कोई भी काम या सारा काम देखते हैं, वैसे ही महिलाएँ भी अपनी पहचान बना सकती हैं और अपनी कमाई से कुछ न कुछ बड़ा काम कर सकती हैं।