उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से कमलेश से साक्षात्कार लिया। कमलेश ने बताया कि सरकार महिलाओं की मदद कर रही है। समाज में महिलायें सुरक्षित नहीं है उनके साथ अत्याचार हो रहा है। वर्त्तमान सरकार के वजह से महिलाओं के स्तिथि में बहुत सुधार हुआ है

उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से स्थानीय निवासी रूपचंद्र मिश्रा से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि वर्त्तमान सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए कोई भी कमी नहीं है। हमारी माता एवं बहनो को पूरी सुरक्षा प्रदान की जा रही है और उन्हें सभी संसाधन भी दिए जा रहे है। समाज के तरफ से थोड़ी बहुत असमानता है पर सरकार के तरफ से कोई भी कमी नहीं है

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उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज की महिलाएं शादी,मुंडन,इत्यादि समारोह में महंगा कपड़ा पहनना पसंद करती हैं। बहू - बेटियां स्टेज पर मोबाइल तथा कैमरों के द्वारा फोटो खिंचवाना पसंद करती हैं। समारोह के बाद महंगे कपड़े तह लगा कर हमेशा के लिए रख दिया जाता है। धारावाहिक देख कर लोग बिगड़ते जा रहे हैं। समाज में एक - दूसरे को देख कर लोग जरुरत से ज्यादा खर्चा कर रहे हैं, भले ही सामर्थ हो या नही। महिलाएं बहुत लापरवाह हो रही हैं और इसी कारण वो लापता भी हो रही हैं

उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि महिलाओं को जागरूक करना चाहिए तथा उन्हें पूरी जानकारी देनी चाहिए। हमारे समाज में महिलाएं शिक्षित या अशिक्षित हैं, अगर वे हमारी आवाज सुनती हैं, तो वे भी जागरूक हो जाती हैं। हमारे समाज में महिलाओं के लिए जागरूक होना बहुत जरूरी है, जिसके कारण हमारे समाज में महिलाओं को पीटा जाता है और जंगलों में फेंक दिया जाता है, जिससे वे अपने घरों से लापता हो जाती हैं। उन्हें प्रताड़ित किया जाता है जिसके खिलाफ महिलाएं आवाज उठाती हैं लेकिन उनकी आवाज को दबा दिया जाता है उनकी कोई सहायता नहीं की जाती है। आज के समाज में महिला पुरूष दोनों की गलती होती है लेकिन केवल महिलाओं के साथ ही गलत किया जाता है। इसलिए महिलाओं को जागरूक किया जाना बहुत जरूरी है। महिलाओं के पास पूंजी नहीं है इसलिए वे अपना व्यवसाय नहीं कर पाती हैं।

उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में लड़कियों के माता-पिता ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं इसलिए लड़कियां लापता हो रही हैं। माता पिता को ध्यान देना चाहिए कि बच्चे कहां जा रहे क्या कर रहे। महिलाओं और किशोर लड़कियों का गायब होना सामाजिक बुराइयों से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। हमें लैंगिक भेदभाव, रोजगार की कमी और आजीविका के अवसरों जैसी गंभीर चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए रोकथाम के बारे में सोचना होगा

उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह ने मोबाइल वाणी के माध्यम से बताया कि हमारे समाज में महिलाएं मारी पीटी जाती हैं लेकिन उनका कोई सुनवाई नहीं होता है। वह डर से आत्महत्या कर लेती है कोई तो नहर और गड्ढे में कूद जाती है और अपना जीवन समाप्त कर लेती हैं । इसके बाद भी अत्याचार करने वाले को कोई सजा नहीं मिलता है। अगर सजा भी होता है तो पैसे देकर वे छूट जाते हैं। इसलिए सख्त से सख्त कानून बनायी जाए जिससे हमारे समाज की महिलाओं की रक्षा हो सके. हमारे समाज में शिक्षित महिलाएं घर के अंदर बैठकर अपना व्यवसाय कर रही हैं लेकिन अपनी आवाज नहीं उठा रही हैं.

उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला ब्लॉक विशेश्वरगंज , ग्राम इटहिया से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से स्थानीय निवासी पंकज शुक्ला से बात किया उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा महिलाओं की सुरक्षा की जाये , किसानों को सुविधाएं हों, किसानों को कई सुविधाएं है जैसे खाद, बीज, पानी आदि। अगर उन्हें सुविधाएं मिलेंगी तो उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा और वे आगे बढ़ेंगे। सुविधाओं के आभाव में महिलायें दूसरे के यहाँ काम करती है, अगर उन्हें सुविधाएँ मिल जाती है, तो वे अपने ही खेतो में काम करेंगीऔर उन्हें लाभ होगा। अगर पति-पत्नी मिलकर काम करेंगे, तो देश पूरी तरह से विकसित होगा।

उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से दुर्गेश पांडे से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए समता का अधिकार देना होगा महिलाओं के साथ कोई लैंगिक भेदभाव नहीं किया जायगा सभी समान माने जायेंगे लेकिन यह कुछ दुर्भागय था हमारे समाज का या सत्ता के अधिकारीयों का कि उन्होंने उच्च शिक्षा का ध्यान नहीं दिया। हमारा मानना है कि शिक्षा के कारण प्रशासन में वास्तव में हमारी महिलाओं को जागरूक करने की इच्छाशक्ति नहीं थी। अगर शिक्षा का विकेंद्रीकरण होता, अगर उच्च शिक्षा गांव के स्तर पर होती, अगर अच्छे कॉलेज होते, गरीब की महिलाओं को भी उच्च शिक्षा मिल सकती थी. शिक्षा महिलाओं के भीतर नहीं है, इसलिए वे अपने अधिकार नहीं ले पा रही हैं, इससे उनका शोषण हुआ है और इसका मुख्य कारण हमारा सामाजिक और प्रशासनिक ढांचा है, जिसे हम दोष देते हैं और मानते हैं कि यह शिक्षा का केंद्र है। यह शिक्षा का विकेंद्रीकरण नहीं था जिसने महिलाओं को जागरूक किया, उनकी अर्थव्यवस्था समृद्ध नहीं हुई, वे अपने अधिकारों को नहीं जानते थे और शोषण के अधीन थे।

दोस्तों मानव शरीर के निर्माण में भोजन एक महत्वपूर्ण तत्व है। प्रकृति ने कई प्रकार के खाद्य पदार्थ बनाए हैं जो महत्वपूर्ण और आवश्यक पोषक तत्वों से युक्त कोशिकाओं और शरीर के ऊतकों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं, तभी तो शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन करने की आवश्यकता होती है। साथियों, दुनिया भर में दूषित भोजन खाने से लाखो लोग मौत मुंह में समां जाते हैं।यह दिवस लोगों को याद दिलाता है कि शुद्ध और सुरक्षित भोजन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है और यह सभी लोगों का अधिकार भी है। हर साल UN फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) एक थीम निर्धारित करता है जिसके तहत विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है।इस वर्ष World Food Safety Day 2024 की थीम है, ‘सुरक्षित भोजन बेहतर स्वास्थ्य’. तो साथियों आइए हम सब मिलकर विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाये और हर दिन शुद्ध और सुरक्षित भोजन का सेवन करें। धन्यवाद !!