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हमारे देश भारत में पर्वों और त्योहार की परम्परा अति प्राचीन काल से चली आ रही है जो विभिन्न ऋतुओं में भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में सभी समुदायों के द्वारा पुरे हर्षो- उल्लास और प्रसन्नता के साथ मनाये जाते है। जी हां दोस्तों हम बात कर रहे है रामनवमी की जो की आज देश प्रदेश में बड़े ही धूमधाम से मनायी जा रही है। रामनवमी का त्योहार जो हमारी धरोहर है और हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है यह हमारे जीवन को खुशियों और उमंग से भर देता है। हर वर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है।सनातन मान्यताओं के अनुसार इसी तिथि पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जन्म हुआ था। इस अवसर पर मंदिरों में विधि विधान से पूजा पाठ किया जाता है ,और शहर में श्री राम से जुड़ी विभिन्न प्रकार की मनमोहक झांकियां निकाली जाती है। मोबाइल वाणी परिवार की ओर से आप सभी श्रोताओं को रामनवमी की ढेर सारी बधाईयाँ।
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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के बारे में एक महिला क्या सोचती है... यह जानना बहुत दिलचस्प है.. चलिए तो हम महिलाओं से ही सुनते हैं इस खास दिन को लेकर उनके विचार!! आप अपने परिवार की महिलाओं को कैसे सम्मानित करना चाहेंगे? महिला दिवस के बारे में आपके परिवार में महिलाओं की क्या राय है? एक महिला होने के नाते आपके लिए कैसे यह दिन बाकी दिनों से अलग हो सकता है? अपने परिवार की महिलाओं को महिला दिवस पर आप कैसे बधाई देंगे... अपने बधाई संदेश फोन में नम्बर 3 दबाकर रिकॉर्ड करें.
साथियों , मैं लक्ष्मी बाजपेयी हूं और आप सुन रहे हैं बहराइच मोबाइल वाणी दोस्तों , आज हम आपके लिए एक कहानी का सबक लेकर आए हैं । एक समय की बात है , दो परियाँ एक राजकुमार के साथ बाहर जा रही थीं , एक का नाम सोनम और दूसरी का नाम परी था । परी का नाम सबनाम था , दोनों बहुत सुंदर और बुद्धिमान थे । राजकुमार का नाम अभिषेक था । सोनम परी की शादी राजकुमार के साथ तय हुई थी । जब तीनों जंगल में टहलने जा रहे थे , तो उसी जंगल में एक जादुई गर्मी थी । राजकुमार को देखते ही वह उससे मोहित हो गई । मौका मिलने पर उसने राजकुमार से कहा , " राजकुमार , तुम इन दो परियों को लेकर कहाँ जा रहे हो ? " राजकुमार ने जवाब दिया , " ये दोनों सोनम और स्वनम परी हैं । सोनम परी मेरी भावी पत्नी हैं । मैं उनके साथ घूमने जा रहा हूँ । आप कौन हैं ? जब राजकुमार ने इस प्रकार पूछा , जादू गार्मी ने जाओ दिया । मैं एक जादूगरनी हूँ । मैं इस जंगल में रहता हूं और तपस्या करता हूं और मंत्रों का जाप करता हूं ताकि मैं अपनी उपलब्धियों को बढ़ा सकूं । राजकुमार ने कहा , नहीं , मैं नहीं हूँ । वादा नहीं तोड़ सकती , मैं निश्चित रूप से उससे शादी करूंगी । जादू गुर्नी ने कहा कि अगर आप सहमत नहीं हैं , तो मैं आपको बना दूंगा । इसके अलावा आप और क्या कर सकते हैं ? आप भी इसे आजमा सकते हैं । शायद आपको परियों की शक्ति मिल जाएगी । जादू के जादू ने राजकुमार को जादू से एक छोटा घोड़ा बना दिया । जब परियों ने राजकुमार को घोड़ा बनते देखा , तो उन्हें सब कुछ समझ आया । उन्होंने उसे एक टुकड़े में ले लिया और उसे फिर से राजकुमार बना दिया । अब वे तीनों जल्दी से जंगल पार कर गए । जब चुड़ैल ने देखा कि राजकुमार उसके असली रूप में आया है , तो उसने फिर से गुप्त रूप से उसे एक चींटी बना दी ताकि वह परियों द्वारा नहीं देखा जा सके , लेकिन परियों को तुरंत इसका पता चला और उन्होंने फिर से राजकुमार को उसका असली रूप दिया । अब परियों ने सोचा कि जादूगर को सबक सिखाना होगा , इसलिए उन्होंने राजकुमार को एक जगह छिपा दिया , और वे दोनों जादूगरनी की तलाश करने लगे । उन्हें बंदी बना लिया गया और आगे बढ़ गए जब जादू की तोप ने देखा कि मेरा जादू काम नहीं कर रहा था , तो उन्हें बहुत पछतावा हुआ । उन्होंने अपनी रिहाई के लिए परियों और राजकुमार दोनों से बहुत प्रार्थना की । परियों ने उसे छोड़ दिया और कहा कि अगर यदि आप फिर कभी किसी के खिलाफ स्वार्थ या भक्ति के लिए अपनी शिक्षा का उपयोग करते हैं , तो आपकी सभी इच्छाएं फिर से नष्ट हो जाएंगी अन्यथा दोनों परियां चुड़ैल को छोड़ देंगी और राजकुमार के साथ आगे बढ़ेंगी ।
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