साथियों मरी नाम है प्रीति यादव। बहुत गरीबी रहती है। बिचारे ठंडी में तड़प - तड़प के कैसे भी , कोई के पास कपड़े नही हैं तो कोई के पास घर नहीं है। बारिश होने लगती है। बेचारे के वहां पानी टपकता रहता है। मेरे ख्याल से सरकार को आवास देना चाहिए। धन्यवाद
साथियों मरी नाम है प्रीति यादव। बहुत गरीबी रहती है। बिचारे ठंडी में तड़प - तड़प के कैसे भी , कोई के पास कपड़े नही हैं तो कोई के पास घर नहीं है। बारिश होने लगती है। बेचारे के वहां पानी टपकता रहता है। मेरे ख्याल से सरकार को आवास देना चाहिए। धन्यवाद