उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से राजेश पाठक ने मोबाइल वाणी के माध्यम से अनुपम से बातचीत की। अनुपम का कहना है वे बचपन से जुझारू रही हैं पढ़ाई पूरी होने के बाद परिवार के तरफ से दबाव रहा लेकिन फिर भी ट्यूशन पढ़ाने लगी उनका आत्म सम्मान बढ़ने लगा। उनका कहना है मोबाइल वाणी पर चल रहे कार्यक्रम को सुनने के बाद बहुत अच्छा लग रहा। इससे काफी पेरेन्ट्स अपने बच्चों की अच्छे से देखभाल कर सकते हैं और बहुत लोग अपने बच्चों को आगे बढ़ा रहे हैं। अनुपम का कहना है वे अपनी बेटियों को संपत्ति में अधिकार देंगे ,क्योंकि बेटी और बेटा दोनों एक समान है यदि किसी के तीन बच्चे हैं लड़का और लड़की हैं तो तीनो को बराबर का अधिकार मिलना चाहिए। यह कानून है और लंबे समय से चल रहा है, लेकिन समाज में देखा गया है कि लड़कियों को उनका अधिकार नहीं दिया जाता है।लोग पहले की तुलना में बहुत सारी लड़कियों को बाहर पढ़ने भेजते हैं, न केवल माता-पिता की वजह से, बल्कि इसलिए भी कि लड़कियों को थोड़ा आत्मविश्वास मिलता है। आपको अपने अधिकारों के लिए लड़ना चाहिए और माता-पिता को यह भी सोचना चाहिए