उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से राजन से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया कि शिक्षा का आभाव हमारे देश में प्राचीन समय से ही था। महिलायें पिछड़ी थी इसलिए उनका समुचित विकास नहीं हो पाया है। पिछड़ेपन के कारण उनका मानसिक विकास भी नहीं हो सका है। भूमि सुधार आंदोलन हमारे समाज में समय समय पर चलाया गया है, हमारा देश कृषि प्रधान देश है, इसलिए हमारे सरकार की पहल थी की महिलाओं को भी खेती में बढ़ चढ़ कर हिस्सा दिया जाये। भूमि सुधार में उन्हें बहुत सारे लाभ मिले है, तो महिलायें अपना व्यापार करके धन कमा सकती है