उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला से विशाल सिंह मोबाइल वाणी के माध्यम से बता रहे हैं कि महिलाओं को सम्पत्ति में अधिकार के साथ समानता का भी अधिकार देना चाहिए। महिलाओं को शादी के पहले जिस हिसाब से लड़कों का अधिकार रहता है उसी तरह से बहन को अधिकार मिलना चाहिए क्यूंकि लड़का और लड़की दोनों एक समान हैं एक कोख से जन्म लेती हैं । समाज में लोगों का कहना है कि लड़कियों को शादी से पहले मायके में पूरा अधिकार होना चाहिए और उसके बाद उनका अधिकार ससुराल में हो जाता है। और ज हमारे लड़के हैं यदि लड़कियों को भूमि में हिस्सा दे दिया जाता है तो बच्चे क्या करेंगे। लड़कियां तो अपने ससुराल में जाकर घर बसा लेंगी उन्हें भूमि मिलेगी और वे पुरे घर की मालकिन हो जायेंगी। हमारे जो बच्चे हमारे पास होंगे उन्हें जमीन नहीं दिया जाएगा तो वे दर दर की ठोकरे खायेंगे। सबसे बड़ी कमी है कि वे घर का पूरा खर्चा चलाते हैं उसके बाद शादी विवाह कर देंगे। हमारे समाज में शिक्षित होना भी आवश्यक है, यदि महिलाओं को शिक्षा नहीं मिलेगी तो उन्हें किसी भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा और योजना का लाभ उठाने के लिए उन्हें शिक्षित होना आवश्यक होगा और घर से बाहर जाना होगा।