उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से रिंकी जी से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने बताया की महिलायें अपने जीवन को बेहतर बना सकती है। जैसे कि पति के नाम पर दस बीघा जमीन और महिला के नाम पर पांच बीघा जमीन तो वो उसमे खेती या कोई भी व्यवसाय कर सकती है और बेहतर बन सकती है, और अपने बच्चो को पढ़ा सकती है। गांवों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व अभी भी कम है और इस तरह उनके पास कोई आर्थिक अवसर नहीं हैं। ऐसे कई पुरुष हैं जो सोचते हैं कि महिलाएं दूर नहीं जा सकती हैं, लेकिन अब एक कमाने और दस खाने का जमाना नहीं है। पुरुष वर्ग यह सोचता है की कुछ महिलायें इस अधिकार का गलत इस्तेमाल कर सकती है। लेकिन सारी महिलायें एक जैसी नहीं होती इस लिए समाज को अपनी सोच बदलने की जरुरत है