उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से ओम प्रकाश प्रजापति से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने ने बताया की महिलाये अब पिछड़ी नहीं है महिलाएं हर विभाग में तेजी से भाग ले रही हैं, चाहे वह शिक्षा विभाग हो, स्वास्थ्य विभाग हो, रेलवे विभाग हो, न्याय विभाग हो, हर जगह महिलाएँ बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही है। यह सिर्फ इतना है कि ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को उतनी शिक्षा नहीं दी जा रही है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में, अपनी महिलाओं को शिक्षित करने का प्रयास करना आवश्यक है। स्वतंत्र निर्णय कोई भी व्यक्ति ले सकता है, स्वतंत्र निर्णय कोई भी महिला ले सकती है, किसी पर कोई दबाव नहीं है। महिलाओं को उतना ही अधिकार देना चाहिए जितने में उनका आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। महिलाओं के भूमि अधिकारों के मार्ग में ऐसी कोई बाधा नहीं है। ऐसे कई लोग हैं जिन्हें अब महिलाओं को जमीन दी जा रही है क्योंकि अगर किसी पुरुष के नाम पर जमीन दी जाती है तो उसका वजीफा अधिक होता है और महिलाओं के नाम जाती है तो स्टांप कम लगता है तो भूमि अधिकार तो उनको मिलता ही चला जा रहा है। महिलाओं को शिक्षित किया जाये और उनके बच्चो को शिक्षित किया जाये