उत्तरप्रदेश राज्य के बहराइच जिला के पयागपुर प्रखंड से शिव कुमार तिवारी मोबाइल वाणी के माध्यम से हमारे श्रोता सुजीत सिंह से बात की, उन्होंने बताया की जैसे कि हाल की पीढ़ी के महिलायें स्वतंत्र रूप से अपने निर्णय लेने में सक्षम हैं, लेकिन जो बुजुर्गों की तरह पिछड़ी हुई महिलाएं हैं जो शिक्षित नहीं हैं, वे लोग अपने निर्णय खुद नहीं ले पाते हैं। शिक्षित महिलाओं को ही भूमि का अधिकार मिलना चाहिए नहीं तो विवाद की स्थिति बन सकती है।महिलाओं को भूमि अधिकार प्राप्त करने में बाधाएं हो सकती हैं जैसे सबसे पहले पारिवारिक समस्याएं आएंगी, पारिवारिक समस्याएं जैसे तलाक, आदि, जो भी हो, ऐसा होने की संभावना है, बेहतर होगा कि इस पर ध्यान न दिया जाए