उत्तर प्रदेश राज्य के बहराइच जिला से शालिनी पांडेय मोबाइल वाणी के माध्यम से बैजनाथ से बातचीत की। बातचीत में उन्होंने ने बताया की महिलाएं पिछड़ी नहीं हैं, विशेष रूप से राजनीतिक रूप से वे संरक्षित हैं। पहले महिलाएँ कमजोर थीं, अब वे कमजोर नहीं है । लेकिन उनके पास अधिक गुण और अवगुण हैं और उन्हें जो संरक्षण दिया गया है वह बहुत अच्छा है। इन सभी क्षेत्रों में समान भागीदारी है, भारतीय महिलायें अब आगे हो रही है। जिसके पास शिक्षा है वह अपने पैरों पर खड़ी है, वह आत्मनिर्भर है, लेकिन जो अनपढ़ हैं, जो अभी अपने पैरों पर खड़े नहीं हैं उन्हें भी सरकार अब जिला समूह की योजना चला रही है और योजनाओ के माध्यम से लाभ मिल रहा है। लेकिन उन्हें थोड़ा ज्ञान का आभाव है।कई महिलाएं कहती हैं कि इसका दुरुपयोग होता है, क्योंकि हमने समाज में देखा है, अपने पति की मृत्यु के बाद, उन्हें भूमि का अधिकार मिला, फिर उन्होंने दूसरे से शादी की और उस भूमि से इनकार कर दिया। एक न्यूनतम व्यवस्था भी होनी चाहिए ताकि कोई दुरुपयोग न हो और गुण बरकरार रहें और सरकार द्वारा उनकी रक्षा की जाये